वरीय अधिवक्ता नसीम बाबू नहीं रहे, श्रद्धांजलि

संसू, अररिया: जिला बार एसोसिएशन, अररिया के वरीय अधिवक्ता मो नसीमउद्दीन नहीं रहे। उनका 29 मार्च को निधन हो गया। इस दुखदाई खबर सुनते ही जिला बार एसोसिएशन सभागार में बुधवार को अररिया के दोनों संघों के अधिवक्ताओं में शोक सभा आयोजित की तथा तथा नम आंखों से अपने दो मिनट का मौन रख कर अपने मृतक साथी को श्रद्धांजलि दिया और न्यायिक कार्य से अपने को अलग रहे। शोक सभा की अध्यक्षता वरीय अधिवक्ता सह प्रभारी पीपी लक्ष्मी नारायण यादव ने की।

संपन्न शोक सभा में उपस्थित अधिवक्ताओं ने हंसमुख एवं नेकदिल इंसान अधिवक्ता नसीम बाबू की जीवनी पर प्रकाश डाला तथा कहा कि होली एवं सवे बरात के पूर्व तक नसीम बाबू कोर्ट कामकाज को आमदिनों की तरह करते रहे। उन्होंने पहले फौजदारी तथा फिर दिवानी मामले में सुगमता से वकालत किया। वे एक नेकदिल इंसान थे, जिनका अचानक चले जाना सभी को काफी मर्माहत कर दिया है। नसीम बाबू के छोटे भाई मो आरीफ हुसैन वर्तमान में अररिया में अपर लोक अभियोजक हैं।

शोक सभा में दोनों संघों के अध्यक्ष विनय ठाकुर, सचिव राज कुमार राही व जागेश्वर भगत सहित पूर्व अध्यक्ष सह वरीय अधिवक्ता देवेन्द्र मिश्रा, श्याम लाल यादव, मो ताहा, कृष्ण मोहन सिंह, केएन विश्वास, देवू सेन, वसीकुर्हमान, तपन बनर्जी, शारदानंद ठाकुर, नरेन्द्र झा, विनोद सिन्हा, नरेन्द्र प्रसाद गुप्त, कृपा नंद मंडल, मोजाहिद हुसैन, साबीर आलम, मो हासीम, मनीसुर रहमान, अशोक कुमार विश्वास, बीरेंद्र यादव, जय कुमार यादव, शमसाद आलम, विवेकानंद यादव, शेखर भारती, शैलेन्द्र शरण, एलपी नायक, सकलदेव मंडल आदि सैकड़ों अधिवक्ताओं पूर्व अधिवक्ता भूप नारायण मेहता आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किए। इसी क्रम में अधिवक्ताओं ने अपने परंपरागत तरीके से दो मिनट का मौन रखा। साथ ही अधिवक्ताओं ने अपने साथी को श्रद्धांजलि देते न्यायिक कार्य से अपने को अलग रहे। उधर प्रेम लाल मेहता, सोहेल आदि न्यायार्थियों ने भी अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।
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