पेड़ से टकराई पिकअप वैन, एक दर्जन मजदूर घायल

किशनगंज। निर्माण कार्य के लिए मजदूरों को लेकर जा रही पिकअप वैन सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई। रविवार सुबह को बहादुरगंज थाना क्षेत्र के बिरनिया के निकट घटित घटना में पिकअप सवार एक दर्जन से अधिक मजदूर घायल हो गए। टक्कर की जोरदार आवाज और मजदूरों की चीखपुकार को सुनकर मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने सभी घायलों को इलाज के लिए बहादुरगंज पीएचसी में भर्ती कराया।

प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल टाउन थाना क्षेत्र के महीनगांव पंचायत स्थित मरूआटोली गांव निवासी ताहिर आलम, अब्दुल रहमान और कालीचरण यादव को बेहतर इलाज के लिए किशनगंज सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। सभी घायलों की स्थिति चिताजनक बनी हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही घायलों के स्वजनों के बीच कोहराम मच गया। स्वजन रोते बिलखते हुए सदर अस्पताल पहुंच गए। वहीं शेष घायलों का इलाज बहादुरगंज पीएचसी में चल रहा है। घायलों ने बताया कि तेज रफ्तार की वजह से चालक के वाहन से नियंत्रित खो दिया, जिस कारण पिकअप वैन पेड़ से जा टकराई।

नाबालिग ने फांसी लगाकर की आत्महत्या किशनगंज। टाउन थाना क्षेत्र अंतर्गत कजलमनी वार्ड नंबर दो में एक नाबालिग लड़के ने मामूली विवाद के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामले का खुलासा रविवार सुबह उसवक्त हुआ जब काफी देरतक कमरे का दरवाजा नहीं खुलने के बाद उसकी मां उसे नींद से जगाने के लिए पहुंची। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब कमरे से कोई आवाज नहीं आई तो वह किसी अनिष्ट की आशंका से घबरा गई। खिड़की से झांक कर देखने पर उन्हें 17 वर्षीय पुत्र गौरव फांसी के फंदे से झूलता दिखा। गौरव ने शनिवार रात को ही फांसी लगाकर इहलीला समाप्त कर ली थी। मां के चीखने चिल्लाने की आवाज को सुनकर स्वजन सहित आस पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे। लोगों ने दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा। गौरव ने प्लास्टिक की रस्सी को पंखा में बांधकर फांसी लगाया था। पंखे और पलंग के बीच काफी कम दूरी रहने के कारण गले में फंदा डालकर वह पलंग से नीचे झूल गया था। स्थानीय लोगों के द्वारा घटना की जानकारी दिये जाने के बाद टाउन थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल का बारीकी से मुआयना करने के बाद पुलिस ने स्वजनों से आवश्यक पूछताछ की और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। जहां पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों के हवाले कर दिया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि सुरेश पासवान का यह इकलौता बेटा था। दो बहनों के बीच एक मात्र भाई था। दुसाध पट्टी मध्य विद्यालय में वह आठवीं कक्षा में पढ़ाई करता था। लॉक डाउन में विद्यालय बंद रहने के कारण पिता ने घर के सामने एक किराना दुकान खोल दिया था। जहां वह दुकान चलाने के साथ साथ पढ़ाई भी करता था। स्वजनों ने बताया कि शनिवार की रात घर के सभी सदस्यों ने एक साथ खाना खाया लेकिन गौरव ने खाना कमरे में रखने की बात कही। बहन ने कमरे में खाना रख दिया। कमरें में खाने की थाली यथावत टेबल पर ही पड़ी रही और वह फांसी के फंदे से झूल गया।
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