Coronavirus : आंध्र प्रदेश में 31 मई तक बढ़ाया गया कोरोना कर्फ्यू, रोज आ रहे 20,000 से ज्यादा नए मामले

आंध्र प्रदेश सरकार (Andhra Pradesh) ने राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि के मद्देनजर पहले से लागू कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) को बढ़ाकर 31 मई तक करने का फैसला किया है. सोमवार को सरकारी आदेश में कहा गया है कि ‘राज्य में पांच मई से दोपहर 12 बजे से सुबह छह बजे तक के लिए कोरोना कर्फ्यू लागू है, जिसे मंगलवार (18 मई) को समाप्त होना था, लेकिन मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी ने महामारी समीक्षा के लिए हुई उच्चस्तरीय बैठक में कर्फ्यू को बढ़ाकर 31 मई तक करने का फैसला लिया है’.

मई के पहले हफ्ते में राज्य में कोरोना संक्रमण के 1,43,684 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 8 से 16 मई के बीच ये संख्या बढ़कर 1,90,117 पहुंच गई. आंध्र प्रदेश में रोजाना 20,000 से ज्यादा नये मामले सामने आ रहे हैं और पिछले छह दिनों में, 16 मई को संक्रमण के रिकॉर्ड 24,171 नये मामले दर्ज किए गए. वहीं, राज्य पिछले 24 घंटों में कोरोना के 18,561 नए मामले सामने आए हैं और 109 संक्रमित मरीजों की मौत हुई. कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 14,54,052 हो गई है, जिसमें 2,11,554 एक्टिव मामले हैं.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया, “कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कम से कम चार हफ्तों के लिए कर्फ्यू लागू होना चाहिए, इसलिए इसे जारी रखें.” मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, जगन मोहन रेड्डी (Y. s. Jagan Mohan Reddy) ने स्वास्थ्य अधिकारियों से ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के मामलों को कम करने के लिए कदम उठाने को कहा है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि वे कोविड से जान गंवाने वाले बच्चों का खास ख्याल रखें.
देश में कोरोना के नए मामलों में आई कमी
वहीं, देश में कोरोना के नए मामले पिछले कुछ दिनों में कम हुए हैं, हालांकि संक्रमण से मौत के आंकड़ों में कमी नहीं आई है. सोमवार को 25 दिन बाद संक्रमण के नए मामले 3 लाख से कम आए हैं. ग्रामीण इलाकों में संक्रमण के फैलने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों या उप केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों समेत सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) किट्स उपलब्ध होनी चाहिए. साथ ही सरकार ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कम से कम 30 बेड की व्यवस्था होनी चाहिए. वहीं, देश में अब तक 18.22 करोड़ वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है.
(भाषा इनपुट के साथ)
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