Sushant Singh Rajput Death Anniversary बालीवुड से पवित्र, बिहार से अमर रिश्ता बना गया 'गुलशन' का मुस्कुराता चेहरा

जागरण टीम, पटना। यकीन तो एक साल बाद भी नहीं होता पर बिहार का 'गुलशन' अब यादों में है। सुशांत सिंह राजपूत का घर का नाम 'गुलशन' था। 14 जून 2020 की दोपहर टीवी पर बनी सुर्खियों को सच मानलेना मुमकिन नहीं था। फोन घन-घनाने लगे थे। मैसेज भेजे जाने लगे थे। इंटरनेट मीडिया पर सुशांत ही सुशांत थे। कुछ लोगों ने अगली सुबह अखबारों में खबर देखने का इंतजार किया। कुछ पटना के राजीव नगर स्थित सुशांत के घर पहुंचने लगे। आखिर भीगी आंखों ने सच स्वीकार ही किया। एक सवाल मन में था और रह गया कि ऐसा क्यों हुआ?। जाते-जाते एक मुस्कुराता चेहरा बालीवुड से पवित्र और बिहार से अमर रिश्ता बना गया।

बालीवुड में छा जाने से पहले सुशांत ने घर-घर में जगह बना ली थी। धारावाहिक पवित्र रिश्ता के मानव और अर्चना के संबंधों के उदाहरण दिए जाते थे। टीवी सीरियल के बाद बड़े पर्दे पर आते ही सुशांत हर दिल अजीज हो गए थे। जिससे मिलते, अपनी मुस्कुराहट से उसपर अपनी छाप छोड़ जाते। सांसें थमने तक सुशांत का किसी भी विवाद में नाम नहीं जुड़ा था। सुशांत के मुंबई में रहने के दौरान उनके कई दोस्त उनसे पवित्र रिश्ता होने की बात करते। फिल्म के सेट पर भी सुशांत बिहार का जिक्र करते। बिहार से जुड़े लोगों ने वह अपनी बोली-भाषा से ही बात करते थे।
पटना के सिंघाड़े का हमेशा होता था जिक्र
फिल्म एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी में सुशांत को हेलीकाप्टर शाट सिखाने वाले बेगूसराय निवासी क्रांति प्रकाश झा कहते हैं कि सुशांत दूर भी रहें पर वे अपनी चंद मिनटों की मुलाकात में इतना कुछ छोड़ जाते थे कि भूलना मुश्किल रहता था। वह बड़े कलाकार थे पर ऐसा वे खुद किसी को एहसास नहीं कराते थे। जब भी फोन पर बात होती थी वो बोलते थे का हाल है भैयवा। पटना के सिंघाड़े (समोसा) के स्वाद का काफी जिक्र करते थे। बिहार तो सुशांत के रग-रग में बसा था।
पटना के राजीव नगर में बढ़ गई थी गहमागहमी
14 जून 2020 की सुबह तक शायद बहुत कम ही लोग जानते थे कि सुशांत सिंह राजपूत पटना के राजीव नगर में रहते हैं। उनकी मौत के बाद टीवी पर जब खबर चलने लगी कि सुशांत बिहार की राजधानी के रहने वाले हैं तो लोग चौंक गए। यहां तक की उनके घर के कुछ दूर पर रहने वालों को भी यह नहीं पता था कि सुशांत सिंह राजपूत इसी मोहल्ले में रहते हैं। सुशांत के चचेरे भाई व विधायक नीरज सिंह बबलू के साथ ही अन्य लोग जब राजीव नगर स्थित उनके आवास पहुंचने लगे तब लोगों को माजरा समझ आया। कुछ ही देर में बड़ी संख्या में सुशांत के प्रशंसक जुट गए। सुशांत के पिता केके सिंह बदहवास होकर यही कहे जा रहे थे कि मेरा बेटा ऐसा नहीं कर सकता। दरअसल, सुशांत जब भी घर आते तो किसी को कानों कान खबर नहीं लगती थी। सुशांत को अपना स्टारडम दिखाना पसंद नहीं था। सुशांत भीड़-भाड़ से बचते थे। हां, अगर उनके प्रशंसक की बात आ जाए तो वो कुछ भी करने को तैयार रहते थे। इंटरनेट मीडिया पर सुशांत के ऐसे कई दिल जीत लेने वाले वीडियो उपलब्ध हैं।

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