11 सेमी प्रति घंटे की तूफानी रफ्तार से बढ़ रही है गंगा

बक्सर : महज दो दिनों तक रफ्तार कम करने के बाद रविवार की शाम के बाद से गंगा ने एकबार फिर तूफानी रफ्तार पकड़ ली है। केंद्रीय जल आयोग से मिली सूचना के अनुसार रविवार को दिन में नौ सेंमी प्रति घंटे की रफ्तार से जलस्तर 56.89 मीटर दर्ज किया गया है। वहीं शाम छह बजे तक रफ्तार बढ़कर 11 सेंमी प्रति घंटा होने के साथ 57.21 मीटर दर्ज किया गया है। इसके साथ ही बक्सर में गंगा चेतावनी बिदु 59.32 मीटर से महज दो मीटर दूर रह गई है। इस बीच तेजी से बढ़ते जलस्तर को देख दियारावासी काफी दहशत में हो गए हैं। इधर जिला प्रशासन भी मदद और राहत के लिए सतर्क हो गया है। गंगा का जलस्तर एकबार फिर काफी तेजी से बढ़ना शुरू हो गया है। मौजूदा समय जलस्तर बढ़ने की रफ्तार नौ सेंमी प्रति घंटे की चल रही है। अपराह्न तीन बजे बक्सर में जलस्तर चेतावनी बिदु से महज ढाई मीटर नीचे रह गया है। इसकी जानकारी देते केंद्रीय जल आयोग के कनीय अभियंता नीलाम्बर कुमार शर्मा ने बताया कि रविवार को अपराह्न तीन बजे 55.21 मीटर जलस्तर दर्ज किया गया था। इसके बाद अचानक रफ्तार बढ़ने लगी और कुछ ही धंटों के अंदर रफ्तार बढ़कर छह सेंमी प्रति घंटा की हो गई। इस प्रकार सोमवार की सुबह आठ बजे 56.24 मीटर जलस्तर दर्ज किया गया था। पुन: सुबह आठ बजे के बाद रफ्तार और भी तेज होते हुए नौ सेंमी प्रति घंटा तक जा पहुंची है। इस बीच अपराह्न तीन बजे यहां जलस्तर 56.89 मीटर दर्ज किया गया। वहीं अपराह्न तीन बजे के बाद एक बार फिर रफ्तार बढ़ते हुए अब 11 सेंमी प्रति घंटा की होने के साथ जलस्तर 57.21 मीटर पहुंच गया है। उधर वाराणसी और इलाहाबाद से मिली सूचना के अनुसार दोनों स्थानों पर जलस्तर बढ़ने की रफ्तार सीधे दो गुनी हो गई है, जिसका असर यहां भी साफ दिखाई दे रहा है। इधर तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिले के निचले इलाकों के अलावा दियारा क्षेत्र में रहने वाले लोगों में दहशत फैल गई है ओर अभी से लोगों द्वारा सुरक्षित स्थान की तलाश शुरू कर दी गई है। माना जा रहा है कि यदि जलस्तर बढ़ने की रफ्तार इसी तरह बनी रही तो मंगलवार को अपराह्न तीन बजे तक बक्सर में चेतावनी बिदु से महज आधा मीटर के फासले पर होगा। राहत व बचाव के लिए प्रशासन सतर्क


गंगा के तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर हो गया है। तटवर्ती सभी बीडीओ को अलर्ट रहने के आदेश के साथ ही गोताखोरों और मोटरबोट आदि के साथ राहत व बचाव दल को सतर्क रहने का आदेश दिया गया है। इस संबंध में सदर एसडीओ केके उपाध्याय ने लोगों को आगाह करते कहा है कि किसी भी सूरत में गंगा घाटों पर जाने का प्रयास नहीं करें। गंगा की तेज धारा को देखते हुए मछली पकड़ने पर रोक के साथ ही अब सभी प्रकार की नौका का परिचालन बंद किए जाने के आदेश दिए गए हैं। इसकी निगरानी के लिए घाट पर तैनात दंडाधिकारियों और पुलिस बलों के साथ ही घाट के पंडों को भी निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

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