Bitcoin vs Gold: इस फेस्टिव सीजन कहां करें शुभ खरीदारी जहां मिलेगा बेहतर रिटर्न, पढ़िए पूरी रिपोर्ट

क्रिप्टोकरेंसी या गोल्ड, निवेशकों के लिए क्या बेहतर विकल्प है इसकी चर्चा अब गरम हो चुकी है. फेस्टिव सीजन आ गया है और इस मौके पर लोग शुभ खरीदारी करते हैं. अभी तक फेस्टिव सीजन में शुभ खरीदारी के तौर पर गोल्ड और सिल्वर को खरीदा जाता था. अब बिटक्वॉइन, इथीरियम समेत दर्जनों क्रिप्टकरेंसी बाजार में हैं. ऐसे में इस फेस्टिव सीजन आपको सोना खरीदना चाहिए या फिर बिटक्वॉइन खरीदें, इसको लेकर फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स की राय जानते हैं.

कई निवेशक शानदार रिटर्न के कारण सोने की जगह बिटक्वॉइन में निवेश की सलाह देते हैं. उनका कहना है कि आने वाले कल में क्रिप्टोकरेंसी का बाजार बहुत बड़ा होगा. बिटक्वॉइन इस समय सबसे रिलाएबल और सबसे ज्यादा वैल्यु वाली क्रिप्टोकरेंसी है. ऐसे में यह निवेश का शानदार विकल्प है. गोल्ड को महंगाई के खिलाफ हेजिंग के तौर पर भी देखा जाता है. जो लोग क्रिप्टोकरेंसी के समर्थक हैं, उनका कहना है कि इंफ्लेशन के लिए खिलाफ हेजिंग के लिए भी यह गोल्ड से बेहतर विकल्प है.
क्रिप्टोकरेंसी को बताया भविष्य
ऐप्पल के को-फाउंडर स्टीव वोजनिक ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कहा कि यह एक फिएट करेंसी नहीं है. ऐसे में यह इंफ्लेशन से पूरी तरह सुरक्षित है. उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी को मोस्ट अमेजिंग मैथमैटिकल मिराकल कहा है जो गोल्ड से बेहतर है. ऐसे में इस फेस्टिव सीजन गोल्ड की जगह बिटक्वॉइन को क्यों खरीदें, इसके बारे में दिए जाने वाले तर्क को समझते हैं.
1. बिटक्वॉइन को खरीदना और बेचना काफी सुविधाजनक होता है. यह काम कोई भी ऑनलाइन कर सकता है.
2. बिटक्वॉइन समेत दूसरी डिजिटल करेंसी को फ्यूचर करेंसी कहा जाता है. ऐसे में जो इसे जितना जल्दी अपनाएगा, वह उतना बेहतर रिटर्न पाएगा, इस तरह की दलील दी जाती है.
3. टेक्नोलॉजी की बात करें तो इसमें पीयर-टू-पीयर ट्रांजैक्शन होता है. इसके अलावा यह पूरी तरह ट्रांसपैरेंट और सेफ भी होता है. आपके वॉलेट से इसे चुराना आसान नहीं है, क्योंकि वक्त के साथ क्रिप्टो एक्सचेंज बहुत ज्यादा एडवांस हो रहे हैं. उनका सबसे ज्यादा ध्यान अपने वॉलेट की सिक्यॉरिटी पर ही होता है.
4. बिटक्वॉइन के समर्थन में एक और बात ये कही जाती है कि यह लिमिटेड है. 21 मिलियन टोकन तक ही इसकी माइनिंग संभव है. ऐसे में इसे इंफ्लेशन के खिलाफ हेजिंग के बेस्ट ऑप्शन के रूप में देखा जाता है.
5. बिटक्वॉइन ने पिछले एक साल में 400 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि गोल्ड ने 31 फीसदी का रिटर्न दिया है. वजीर एक्स समेत दर्जनों क्रिप्टो प्लैटफॉर्म हैं जहां आप इसे इंडियन करेंसी में ऑनलाइन खुद से खरीद सकते हैं.
6. हालांकि, कुछ ऐसे पहलू भी हैं जिनपर गौर किए बगैर क्रिप्टोकरेंसी के बारे में एकतरफा नहीं सोचा जा सकता है. अभी तक इसे कानूनी मान्यता नहीं मिली है ना ही इसे रेग्युलेट किया गया है. अच्छी बात ये है कि सरकार इसे रेग्युलेट करने के बारे में सोच रही है. भले ही रिजर्व बैंक इसे खतरा बता रहा हो, लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है सरकार और सेंट्रल बैंक के लिए प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के लिए भी नियम नोटिफाई करने होंगे.
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