कश्मीर में टारगेट किलिंग के पीछे पाक की नई साजिश, स्थानीय युवा मुख्य मोहरे

नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में महज 14 दिनों के भीतर 11 आम नागरिकों की हत्या की वजह से सुरक्षा हालात को लेकर चिंता बढ़ गई है. कश्मीर में इस वक्त पाकिस्तान प्रायोजित छद्म आतंकी संगठन सबसे बड़ी चुनौती बनकर सामने आए हैं. ये छद्म संगठन पाकिस्तान स्थित बड़े आंतकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद के फ्रंटल संगठन हैं.

खुफिया विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि आतंकी संगठन ने अपनी पारंपरिक वर्किंग स्टाइल बदल दी है. छद्म संगठनों का इस्तेमाल पाकिस्तान न सिर्फ भारत बल्कि अफगानिस्तान में भी कर रहा है. आतंक फैलाने की ये उसके लिए सबसे सुरक्षित रणनीति है. बड़े आतंकी संगठनों को अपने आतंकवादी भेजने की जरूरत नहीं पड़ती यहां तक कि उन्हें बड़े हथियार भी नहीं भेजने पड़ते. छद्म संगठन बेहद पारंपरिक हथियार जैसे पिस्टल का इस्तेमाल कर रहे हैं.
ये छद्म संगठन कश्मीरी युवाओं के साथ मिलकर कम करते हैं. जिला कमांडर ऑनलाइन सेशन के जरिए कश्मीरी युवाओं को किलिंग और वेपन ट्रेनिंग दे रहे हैं. स्थानीय युवाओं को इस्तेमाल इसलिए किया जा रहा है क्योंकि वो कश्मीर की स्थितियों से भलीभांति वाकिफ हैं. ऐसे कई संगठन इस वक्त कश्मीर में हिंसा की घटनाओं में संलिप्त हैं.
आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का फ्रंट आतंकी संगठन TRF को पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का फ्रंट माना जाता है. टीआरएफ ने जम्‍मू-कश्‍मीर में हिंदुओं और सिखों को निशाना बनाते हुए हमले तेज कर दिए हैं. सूत्रों के मुताबिक बीते दिनों में टीआरएफ के ओवरग्राउंड वर्कर्स पूरी तरह मुख्य काडर में तब्दील हो चुके हैं और लोगों की निशाना बनाकर हत्या कर रहे हैं. रजिस्टेंस फोर्स इस वक्त कश्मीर में मुख्य छद्म आतंकी संगठन है.
यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट यूएलएफ भी अल बद्र संगठन का छद्म संगठन है. इसका हेड युसुफ बलोच है. शुरुआत में इस संगठन की शुरुआत प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए हुई थी लेकिन अब इसने अपनी जड़ें जमा ली हैं. इस संगठन के कमांडर अंजुम गुलजार को गिरफ्तार कर लिया गया था. अब खुफिया एजेंसियों का कहना है कि संगठन ने एक नए कमांडर की नियुक्ति की है.
लश्कर ए मुस्तफा जैश ए मोहम्मद का छद्म आतंकी संगठन लश्कर ए मुस्तफा है. इसकी शुरुआत अबु इस्माइल ने की थी. शोपियां का हियादतुल्ला मलिक इसका पहला कमांडर था. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मलिक को फरवीर 2021 में गिरफ्तार कर लिया था. बाद में एनआईए ने उस पर चार्जशीट फाइल की थी.

अन्य समाचार