क्या सच में केंद्र सरकार सभी बेरोजगारों को दे रही 3500 रुपये? जानें डिटेल

नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने कई ऐसे ऐलान किए हैं, जिससे मजूदर और गरीब वर्ग को राहत मिल सके. सरकार द्वारा इन ऐलान को लेकर सोशल मीडिया को लगातार कई तरह के पोस्ट वायरल हो रहे हैं. इन्हीं में से एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री बेरोजगारी भत्ता योजना के तहत, बेरोजगार लोगों को 3,500 रुपये ट्रांसफर किए जा रहे हैं.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस पोस्ट के साथ एक लिंक भी शेयर किया जा रहा है, जिसमें कहा गया है कि दिए गए लिंक पर क्लिक करने के बाद एक फॉर्म खुलेगा, जिसमें अपनी जरूरी जानकारी देनी होगी. चलिए जानते हैं इस खबर की सच्चाई…
जानिए क्या लिखा है पोस्ट में फॉरवर्ड हो रहे इस पोस्ट में कहा गया है कि इस योजना के तहत अपना रजिस्ट्रेशन कराएं. योजना के तहत युवा बेरोजागारों को 3500 रुपये प्रति माह दिया जाएगा. एप्लीकेशन का आवेदन निशुल्क, योग्यता दसवीं पास और आयु 18 से 40 निर्धारित होना बताया गया है. एप्लीकेशन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2021 बताई गई है.
क्या है सच्चाई? पीआईबी फैक्ट चेक ने इस खबर को पूरी तरह फर्जी बताया है. पीआईबी ने अपने ट्विटर से इसको लेकर आगाह किया है कि भारत सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है. किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक ना करें यह धोखाधड़ी का प्रयास हो सकता है
खतरे में पड़ सकती है आपकी जानकारी कई बार कुछ कंपनियां अपनी वेबसाइट के जरिए रेवेन्यू जेनरेशन के लिए ऐसे हथकंडे अपनाती है. ऐसा दो तरीकों से ​किया जाता है. पहला तो अपनी वेबसाइट पर क्लिक बढ़ाकर. जिस वेबसाइट पर जितनीा ज्यादा क्लिक, उस वेबसाइट पर विज्ञापन की कीमत में उतना इजाफा होता है. वहीं, दूसरा तरीका साइबर अपराध की श्रेणी में आता है. इसमें कंपनी आपके मोबाइल की सारी जानकारी कलेक्ट कर बिजनेस प्रमोशन कंपनियों को बेच देती है. कंपनियां इन डेटा और जानकारी का इस्तेमाल बाजार और उपभोक्ताओं के प्रसार में करती हैं.
इस तरह के फ्रॉड से आप कैसे बच सकते हैं? साइबर एक्सपर्ट्स बताते हैं कि यदि किसी बैंक, वित्तीय संस्थान आदि से ईमेल के जरिए कोई लिंक भेजा जाता है तो उसे ओपन नहीं करें बल्कि उस संस्थान की वेबसाइट पर जाकर संबंधित टैब क्लिक कर ही जानकारी प्राप्त करें.

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