दिल्ली-एनसीआर में डेंगू का कहर, अस्पतालों में नहीं मिल रहे बेड, मारे-मारे फिर रहे मरीज

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर: राधानी दिल्ली और एनसीआर में बीते करीब एक महीने में डेंगू के मामले लगातार बढ़े हैं। डेंगू के मामले बढ़ने से अस्पतालों पर भी बोझ बढ़ गया है। जिसका नतीजा ये हो रहा है कि मरीजों को अस्पतालों में बेड की कमी का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को बेड के लिए काफी भटकना पड़ रहा है। यहां तक कि कई अस्पतालों में तो फर्श पर ही मरीजों को लिटा कर इलाज किया जा रहा है।

दिल्ली नगर निगम के मुताबिक, सिर्फ अक्टूबर महीने के पहले 23 दिन में राजधानी में डेंगू के 665 मामले दर्ज किए गए हैं,जो इस साल के कुल 66 फीसदी हैं। ऐसे में अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ है। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इमरजेंसी काउंटर पर रोज लंबी-लंबी लाइन लग रही है। जगह की कमी के चलते अस्पताल में मरीजों और तीमारदारों को फर्श पर बैठे देखा जा सकता है। डॉक्टर भी बेड की कमी के चलते फर्श पर डेंगू के मरीजों का इलाज करते नजर आ रहे हैं। एक बेड पर दो ये तीन मरीजों भी देखे जा रहे हैं।
एक बेड पर दो से तीन मरीजों का इलाज
डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डेंगू वार्ड में एक-एक बेड पर तीन-तीन मरीजों का इलाज किया जा रहा है। एम्स, मैक्स, गंगाराम जैसे बड़े अस्पतालों में भी डेंगू मरीज के बेड्स भरे हुए हैं। नोएडा के कैलाश अस्पताल ने बेड की कमी को देखते हुए एक कॉन्फ्रेंस हॉल में अस्थायी तौर पर अतिरिक्त बेड्स की व्यवस्था की है। अस्पताल में डेंगू के मरीजों की भीड़ को देखते हुए ये किया गया है। साकेत के मैक्स अस्पताल में भी काफी भीड़ है। सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी बेड की कमी देखी जा रही है।
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कई राज्यों में डेंगू पैदा कर रहा मुश्किल
दिल्ली और एनसीआर में तो डेंगू कहर बरपा ही रहा है। कई दूसरे राज्यों में भी डेंगू के केस तेजी से बढ़े हैं। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा और तमिलनाडु इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। दिल्ली में डेंगू के 1000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम में इस महीने 200 से ज्यादा केस मिले हैं। राजस्थान में सितंबर और अक्टूबर में काफी तेजी से डेंगू के मामले बढ़े हैं। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों में डेंगू की स्थिति काफी चिंताजनक है।
source: oneindia.com

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