किसानों की समस्याओं को किया जा रहा नजरअंदाज



संवाद सूत्र, मधेपुरा: किसानों की समस्याओं को लेकर एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष निशांत यादव के नेतृत्व में जिले भर से आए किसानों व युवाओं ने शनिवार को कला भवन परिसर से विरोध मार्च करते हुए समाहरणालय मुख्य द्वार को घेरकर नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि बीते दिनों बेमौसम बरसात से जिले भर में किसानों की तैयार धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई, लेकिन सरकार और जिला प्रशासन मुआवजा देने पर चुप्पी साधे हुए है। किसानों की समस्याओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि अविलंब किसानों से आवेदन लेकर मुआवजा दिया जाए। इसमें देरी या जांच कि बात भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना समझा जाएगा। वहीं, समाजसेवी ब्रजनंदन कुमार और रमन कुमार ने कहा कि गेंहू बुआई का समय है, लेकिन बाजार से खाद नदारद है। किसान दर-दर भटक रहे हैं। कालाबाजारी करने वालों की चांदी है । समाजसेवी राजनंदन कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन के संवेदनहीनता के कारण किसान परेशान हैं। युवा नेता इंदल कुमार और प्रभात कुमार मिस्टर ने कहा कि जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण किसान अपने अनाज को ओने-पौने दाम में बेचने को मजबूर है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों के अनाज की खरीदारी की जाए और ससमय किसानों को राशि का भुगतान हो अन्यथा उग्र आंदोलन होगा। प्रदर्शन में मुख्य रूप से किसान हरिनंदन यादव, श्याम रथ यादव, रघुनंदन यादव, लालमोहन, मो सलीम, साजन यादव, महेश, विनोद , कैलास, संतोष, एनएसयूआई के छात्र नेता जितेंद्र कुमार, मौसम झा, कृष्णा कुमार, रामविलाश, नीतीश, मिथुन, नवीन, प्रिश, रौशन, अभिनव, रवि, सौरभ, शंकर, सुमन झा, सुनील, मनीष, अमन, सिटू, राजेश समेत सैकड़ों छात्र, युवा और किसान मौजूद थे ।

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