औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना के तहत एक ही जगह खुलेंगे कई कलस्टर

मोतिहारी । जिले में प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रारंभ औद्योगिक नव प्रवर्तन योजना से कई कलस्टर को खोलने की योजना है। अब नए कलस्टर को एक ही जगह स्थापित कर इस स्थल को उद्योग का केंद्र बनाया जाएगा। हाल के दिनों में मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद टेराकोटा से संबंधित कलस्टर का निर्माण किया गया है। मिट्टी के बर्तन बनाने के लिए खुलने वाले इस कलस्टर की स्थापना तुरकौलिया के जयसिंहपुर स्थित गांधी आश्रम में किया जाना है। चुकी यह स्थल बापू की यादों से जुड़ा है इसलिए यहां स्वरोजगार को बढ़ावा देना एक तरह से बापू के सपने को साकार करना जैसा है। मिट्टी कला के लिए चयनित पूर्वी चंपारण हस्तकला केंद्र की स्थापना इसी माह के अंत तक करना है। इससे आसपास के प्रखंडों में मिट्टी कला के क्षेत्र में काम करने वालों को रोजगार का नया अवसर मिलेगा। साथ ही इस स्थल पर अन्य उद्योग में रूचि रखने वाले को भी कलस्टर संचालन का मौका दिया जाएगा। बताया गया कि विभागीय स्तर पर अब एक ही स्थल पर विभिन्न प्रकार के उद्योग को स्थापित करने का फैसला किया है। पूर्व के स्थापित कलस्टर से सौ लोगों को मिल रहा रोजगार कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए जिले में चार कलस्टर की स्थापना की गई थी। दस-दस सदस्यों की समिति वाले इस कलस्टर में प्रारंभिक दिनों में उत्पादन थोड़ा बेहतर नहीं रहा, पर धीरे-धीरे उत्पादन बेहतर होता चला गया। इन कलस्टर में अब तक 38 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है। वर्तमान में चारों कलस्टर का संचालन बेहतर तरीके से हो रहा है। प्रति कलस्टर तकरीबन एक लाख रुपये की बचत हो रही है। बता दें कि संग्रामपुर में होजियरी, बंजरिया में सेनेटरी पैड, सुगौली में ट्रैक सूट व ढाका के पचपकड़ी में बैग निर्माण के लिए कलस्टर बनाया गया था। वर्जन : तुरकौलिया के जयसिंहपुर में मिट्टी के बर्तन निर्माण के लिए कलस्टर को खोलने की कवायद चल रही है। आने वाले समय में स्थापित होने वाले अन्य कलस्टर भी एक ही स्थल पर खोला जाएगा, ताकि इस क्षेत्र को औद्योगिक रूप से विकसित कर अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया कराई जा सके।


मयंकेश्वर द्विवेदी, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र मोतिहारी

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