फिल्म अभिनेत्री कंगना राणावत को पद्मश्री देना हास्यास्पद : दीपंकर



मोतिहारी । भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने शनिवार को यहां कहा कि गांधी व गोडसे का नाम एक साथ नहीं लिया जा सकता। महात्मा ़गांधी व लाखों शहीदों का अपमान करनेवाली फिल्म अभिनेत्री कंगना को पद्मश्री दिया जाना हास्यास्पद है। जिसे आजादी का एबीसीडी मालूम नहीं हो उससे अविलंब पद्मश्री वापस लिया जाना चाहिए। वे यहां गांधी स्मारक परिसर में स्वतंत्रता सेनानी बत्तख मियां की 64वीं जयंती पर उनके सपने और चुनौतियां विषय पर आयोजित जन कन्वेंशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के आदेश को दरकिनार करते हुए महात्मा ़गांधी को जहर खिलाने से इनकार करने के बाद बतख मियां ने मौत की सजा को हंसते हंसते स्वीकार किया था। दीपांकर भट्टाचार्य ने उनके पैतृक गांव जाकर उनकी 64वी जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। ़गांधी स्मारक में आयोजित कार्यक्रम में में उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि केंद्र सरकार गरीबों व मजलुमों के साथ किसानों पर अत्याचार कर रही है। कहा कि एक साल के आंदोलन के बाद किसानों को एक बड़ी जीत हासिल हुई है। अब किसानों को एमएसपी का हक व कानून भी मिलना ही चाहिए। माले सुप्रीमो श्री भट्टाचार्य ने बिहार में शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा। कहा कि नीतीश कुमार की शराबबंदी एक बहुत बड़ा धोखा है। उनकी शराबबंदी पूरी तरह फेल है। शराब माफिया पनप रहे हैं और निर्दोष गरीब मजदूर जेल की हवा खा रहे हैं। विषय प्रवेश करते हुए सिकटा के माले विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि बत्तख मियां ने गांधीजी की जीवन की रक्षा कर आजादी के आंदोलन में बड़ा योगदान दिया था। लेकिन, उन्हें जो सम्मान मिलना चाहिए, इससे वे आज भी वंचित हैं। उनके नाम पर बने पुस्तकालय को गोदाम बना दिया गया है। उसमें ईवीएम रखा गया है। स्टेशन पर बने गेट से भी उनका नाम हटा दिया गया। यह उनका घोर अपमान है। ऐसे देश में कई उपेक्षित स्वतंत्रता सेनानी हैं, जिन्हें हम सामने लाएंगे। मौके पर पूर्व मंत्री सह गांधी संग्रहालय के सचिव ब्रजकिशोर सिंह, मदन प्रसाद, जन अभियान के सदस्य विष्णुप्रसाद यादव, भाग्यनारायण चौधरी, ओझा संजय सत्यार्थी व रंजीत गिरि आदि उपस्थित थे।

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