कल बक्सर पहुंचेगी 53160 बोरी इंपोर्टेड इफको डीएपी की रैक

बक्सर। डीएपी की किल्लत से जूझ रहे बक्सर के किसानों के लिए बड़ी राहत की खबर है। कल बक्सर रैक प्वांइट पर इफको के डीएपी की फुल रैक आ रही है। इस रैक पर मुंद्रा का इंपोर्टेड डीएपी मंगलवार की रात ही लोड होकर बक्सर के लिए रवाना हो चुकी है। रैक बक्सर पहुंचने के साथ ही जिले के तमाम अनुज्ञप्ति धारक विक्रेताओं के साथ ई-बाजार तथा बिस्कोमान को उनकी क्षमता के अनुसार आवंटन करते हुए उर्वरक भेज दिया जाएगा।

जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि जिले में उर्वरक की समस्या अब जल्द ही समाप्त हो जाएगी। पूर्व में 400 टन आरा से तथा 300 टन कैमूर से डीएपी मंगाने के बाद अब इफको डीएपी की फुल रैक आ रही है। इस रैक के आने के बाद उर्वरक की मौजूदा समस्या से निपटाने में काफी मदद मिलेगी। उर्वरक आने के पहले ही प्रखंडवार होने वाली खपत को देखते हुए आवंटन की सूची तैयार कर ली गई है और उर्वरक आते ही वितरण शुरू कर दिया जाएगा।

आवंटन में इस बात का पूरी तरह ध्यान रखा गया है कि सभी अनुज्ञप्तिधारी विक्रेताओं तक डीएपी की खेप पहुंच जाए, जिससे हर क्षेत्र के किसानों को उनकी जरूरत के अनुसार खाद मिल सके। डीएओ ने किसानों से अपील की है कि अब खाद के लिए मारामारी और ब्लैक से खरीदने की कोई जरूरत नहीं है। हर क्षेत्र के किसानों को उनके नजदीकी दुकान से उर्वरक मिल जाएगा। इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक अभय मिश्रा ने बताया कि इस रैक में 2658 टन मुंद्रा का इंपोर्टेड डीएपी आ रही है, जिसमें 53160 बोरी डीएपी लोड है। इसके पूर्व कैमूर से 300 टन उधार ली गई डीएपी को वापस करने के बाद भी उनके पास 2358 टन अर्थात 52560 बोरी उर्वरक बचेगा। उर्वरक पहुंचने के साथ ही कृषि विभाग द्वारा जारी आवंटन के अनुसार सभी बिक्री केंद्रों के लिए वितरण शुरू हो जाएगा। उन्होंने किसानों को आश्वस्त करते हुए बताया कि इसके तुरंत बाद खाद की दूसरी रैक भी बक्सर आने वाली है।

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