मछली पालन कर किसान ले सकते हैं बेहतर मुनाफा : रजनीश कुमार



संवाद सूत्र, मधेपुरा : प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं के साथ-साथ मत्स्य उत्पादन, वितरण व विपणन के लिए उपलब्ध संसाधनों की जानकारी प्राप्त करने के लिए मछली पालकों को प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया जारी है। उक्त आशय की जानकारी जिला मत्स्य पदाधिकारी रजनीश कुमार ने दी।
उन्होंने बताया कि मछली पालन से किसान आत्मनिर्भर बन सकते हैं, लेकिन इसके लिए मछली पालन से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी रखनी होगी। मछली पालन के साथ उसे संरक्षित करना भी जरूरी है। ताकि बाजार उन्हें अच्छी कीमत नहीं मिल रही हो तो उसे स्टोर किया जा सके। इसके लिए सरकार अनुदानित दर पर संसाधन भी उपलब्ध करा रही है।

मछली पालन को उद्योग के रूप में किया जा सकता है विकसित जिले के किसान अगर मछली पालन के प्रति जागरूकता दिखाएं तो इस व्यवसाय को उद्योग के रूप में विकसित किया जा सकता है। जिले के किसान मेहनती हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में सरकार द्वारा दी जा रही संसाधनों को नहीं अपना रहे। इस कारण अपेक्षानुसार उत्पादन नहीं हो रहा है।
मछली पालकों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
मछली पालकों को जागरूक करने के लिए लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके तहत 14 किसानों को साल्ट लेक कोलकाता भेजा गया था। इसके साथ ही 30 किसानों को डीएनएस, पटना भेजकर प्रशिक्षण दिलाया गया। अब जल्द की किसानों को अररिया भेजा जाएगा, जहां वे मछली पालन के गुर की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

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