परसाही के पीएसएस से कृषि के लिए भी मिलेगी बिजली

मधुबनी । खुटौना प्रखंड के परसाही गांव में 2 गुणा 10 एमवीए क्षमता वाले विद्युत शक्ति उप केंद्र (पीएसएस) का निर्माण होने से आसपास के क्षेत्रों में विद्युत क्रांति आ जाएगी। क्योंकि परसाही में निर्मित होने वाले विद्युत शक्ति उपकेंद्र से पांच फीडरों का निर्माण होना है। जिसमें पिपराही लोकल, लक्ष्मीपुर, टेंगरार, झांझपट्टी एवं एकहत्था फीडर शामिल है। इन फिडरों से कुल 48 गांवों को बिजली मिलेगी। इससे लगभग 50 हजार आबादी लाभान्वित होगे। परसाही पीएसएस से कृषि के लिए भी हर खेतों को बिजली मिलेगी।

ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव ने परसाही में पीएसएस निर्माण कार्य को धरातल पर उतार कर इस क्षेत्र को नया तोहफा दिया है। गत दिनों इस निर्माण कार्य का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऑनलाइन शिलान्यास भी किया है। इससे परसाही एवं आसपास के क्षेत्रों में डेडीकेटेड कृषि फीडर व हर घर बिजली योजना के अंतर्गत बिजली आपूर्ति की सुविधा मुहैया होगी। परसाही में पीएसएस निर्माण के लिए नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार आर पुडकलकट्टी ने ऊर्जा विभाग के संयुक्त सचिव को निर्देश दिया था। इस निर्माण कार्य पर 8.5914 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। कंपनी इसे स्वीकृति दे दी है। चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में पूर्ण राशि उपलब्ध कराने के संबंध में प्रबंध निदेशक ने संयुक्त सचिव को वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। परसाही में पीएसएस का निर्माण से 11 तथा 33 केवी लाइन की लंबाई सीमित कर विद्युत गुणवत्ता में सुधार किया जाना है। एटी व सी लौस को कम करने करने के लिए भी कंपनी ने नई योजना तैयार की है।

वर्तमान में विद्युत विनियामक आयोग द्वारा गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति को निर्धारित किया है। इसके तहत तय अवधि में काम को पूरा करना होता है।
परसाही में पीएएस निर्माण की स्वीकृति मिलने पर सांसद रामप्रीत मंडल, दिनेश कुमार कापड़, ओम प्रकाश मांझी, राज किशोर महतमान, महेंद्र कामत, संजय सिंह, अशोक कापड़, देवदत्त साह, सुबोध कुमार, लखन साह आदि ने सीएम नीतीश कुमार एवं ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव के प्रति आभार व्यक्त किया है।

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