बेंता ओपी सहित कई अन्य कार्यालय होंगे लहेरियासराय इलाके में शिफ्ट

दरभंगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दरभंगा आगमन से बहुत जल्द एम्स के शिलान्यास होने की उम्मीद जगी है। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय, अस्पताल के आडिटोरियम में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। इसमें स्थानीय प्रशासन ने जो कार्य प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की, उससे प्रतीत होता है कि एम्स के निर्माण होने में अब कोई अड़चन नहीं रह गया है। एम्स के लिए प्रस्तावित भूमि के क्षेत्रफल से डीएमसीएच समय रहते अपने संसाधनों को अपने परिसर में शिफ्ट कर देने की योजना पर काम कर रही है। वहीं एम्स के क्षेत्रफल में आनेवाले वाले बेंता ओपी सहित कई ऐसे सरकारी कार्यालयों को दूसरे जगहों पर शिफ्ट करने की योजना है।


इसको लेकर जिला प्रशासन ने भूमि उपलब्ध कराते हुए प्रस्ताव समर्पित कर दिया है। इसमें बेंता ओपी सहित मलिन बस्ती, पीएचइडी कार्यालय, एनसीसी कार्यालय, पोस्ट आफिस आदि के लिए भूमि चिन्हित किया गया है। प्रस्ताव के तहत लहेरियासराय स्थित माउंट समर स्कूल के सामने 0.66 एकड़ भूमि में पांच डिसमिल भूमि बेंता ओपी और पोस्ट आफिस को उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं पंडासराय में उपलब्ध दो एकड़ के भूखंड से मलिन बस्ती पुर्नवास कराने के लिए एक एकड़ भूमि दह जाएगी। वहीं जेल परिसर के बाहर स्थित उपलब्ध 11 एकड़ भूमि में पीएचइडी को दो एकड़ और एनसीसी को एक एकड़ भूमि आवंटित करने की योजना है। प्रस्ताव के तहत इन सभी सरकारी कार्यालयों को बहुत जल्द नए भूखंडों पर शिफ्ट कर देने की बात कही जा रही है। इसे लेकर एक नजरी नक्शा भी बनाया गया है। ताकि, कोई परेशानी नहीं हो। हालांकि, इसमें अब थोड़ा बदलाव होना है। मुख्यमंत्री के घोषणा के तहत अब एम्स को डेढ़ सौ एकड़ भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। शेष भूमि 77.6 एकड़ डीएमसीएच के पास सुरक्षित रहेगा। पहले डीएमसीएच के लिए 27.6 एकड़ और एम्स के लिए दो सौ एकड़ भूमि को दर्शाते हुए नजरी नक्शा बनाया गया था। हालांकि, इस बदलाव से कोई बड़ी परेशानी नहीं होगी।
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