भीड़ से देर शाम तक गुलजार हो रहा है सोनपुर मेला

सोनपुर। कार्तिक पूर्णिमा के एक माह बाद भी विश्व विख्यात हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में रौनक के साथ गहमागहमी बनी हुई है। खेल-तमाशे और प्रदर्शनी तथा थियेटर आदि नहीं रहने के बावजूद भी मेला लोगों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बना हुआ है। भीड़ से देर शाम तक गुलजार हो रहा है मेला। शनिवार को मेले में भारी भीड़ उमड़ी। सप्ताह के दो दिन शनिवार और रविवार दुकानदारों के लिए विशेष होता है। हफ्ते के पांच दिनों में जितनी बिक्री नहीं होती उतनी मात्र दो दिन में हो जाती है। सरकारी मेला 32 दिनों का हुआ करता था। इसके बाद भी लगभग दो महीने तक दुकानदारों का इस मेले में जमघट लगा रहता था। यह परंपरा आज भी बरकरार है। लोगों की धारणा यह है की अंतिम दिनों में मेले में सामान सस्ता मिलता है। यह सच भी है। मेले से वापस होने के पूर्व दुकानदार भी सोचते हैं जितना सामान बिक जाए उसे बेच देने में ही भला है। गर्म वस्त्रों की बिक्री का आलम ये रहा है कि बीते वर्षों में तेज ठंड के दौरान दुकानदारों को मेले में कई बार माल मंगाना पड़ा। इस बार भी धीरे-धीरे मौसम में ठंडक बढ़ रहा है। विभिन्न दुकानों के साथ-साथ इस बार कुछ ज्यादा ही गर्म वस्त्रों की दुकानें लगी हुई है। दूसरी ओर मेला घूमने वाले अधिकांश दर्शकों का मानना है कि यदि सरकार ने मेला लगाए जाने की अनुमति दी होती तब इस बार मेला ऐतिहासिक रूप से आकर्षक होता। गत वर्ष कोविड-19 के कारण मेला नहीं लगने से निराश लोग इस वर्ष मेला लगने की उम्मीद संजोए बैठे थे। लेकिन सरकार की अनुमति नहीं मिली। बावजूद इसके जब यह मेला निजी रूप से लगने के बाद भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। सरकारी मेला लगता तब और सुंदर होता।


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