आईडीए कार्यक्रम के पहले दिन 38 हजार लोगों ने किया दवा का सेवन

शिवहर। फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 21 दिसंबर से जिले में शुरू हुए आईडीए कार्यक्रम के तहत कुल 38 हजार 81 लोगों को आईवरमेक्टिन, डीईसी तथा अलवेंडाजोल की गोली खिलाई गई है। विभाग की टीम गांव-गांव और घर-घर जाकर लोगों को दवा खिला रही है। जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ. केके सिंह ने कहा कि जिले में आईडीए कार्यक्रम को जबरदस्त शुरूआत मिली है। शिवहर नगर पंचायत रसीदपुर से इसकी शुरूआत एसीएमओ डॉ त्रिलोकी शर्मा ने किया था। इस दवा का सेवन दो वर्ष से उपर के सभी लोगों को डोज पोल के मुताबिक खिलाई जा रही है। गर्भवती, धातृ महिलाएं तथा गंभीर रूप से बीमार लोगों को यह दवा नहीं खिलाई जाएगी।


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अधिकारियों ने किया क्षेत्र भ्रमण ::::
कार्यक्रम की सफलता को लेकर अधिकारियों ने क्षेत्र का भ्रमण किया।भीबीडीसी सलाहकार मोहन कुमार और फैमिली एंड हेल्थ वेलफेयर के क्षेत्रीय कार्यालय कंसल्टेंट प्रभात भरतिया सहित अन्य पदाधिकारियों ने भी क्षेत्र में जाकर दवा सेवन के तरीका, घर मार्किंग तथा पंजी भरने के तरीके की जांच की। प्रभात भरतिया ने कहा कि लोगों को फाइलेरिया की जानकारी पहले से है। वह दवा सेवन में भी रूचि ले रहे हैं। वहीं डॉ. केके सिंह ने कहा कि दो बच्चों में दवा के सेवन के बाद उल्टी की शिकायत थी। जिसे रिस्पांस टीम द्वारा तुरंत ही देखा गया। बच्चों को उल्टी किसी अन्य कारण से हुई थी। किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम का गठन किया गया है।
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फाईलेरिया को मिटाने के लिए दवा जरूर लें :::
डॉ. केके सिंह ने कहा कि फाईलेरिया एक कष्टदायक बीमारी है जो मनुष्य को अपंग बना देता है। इससे बचने के लिए आइवरमेक्टिन, डीईसी, अलवेंडाजोल की गोली को इन 14 दिनों के अंदर अपने आशा या सेविका से जरूर मांगकर खाएं। इसके लक्षण को उभरने में 8 से 10 साल लगते हैं। जिससे समय रहते इसका बचाव नहीं हो पाता । इस बीमारी का अन्य कोई उपचार नहीं है। इसलिए एमडीए के तहत आइडीए दवा जरूर खाएं।

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