बीएनएमयू में मार्च से शुरू होगा स्टडी सर्किल

संवाद सूत्र, सिंहेश्वर (मधेपुरा) : बीएन मंडल विवि अंतर्गत टीपी कालेज में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत संचालित भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली ने स्टडी सर्किल की शुरुआत करने की स्वीकृति प्रदान की है। इसके तहत अब अब एक वर्ष तक प्रत्येक माह एक पूर्व निर्धारित विषय पर विचार-विमर्श होगा। दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष सह उप कुलसचिव (अकादमिक) डा. सुधांशु शेखर ने बताया कि मार्च में स्टडी सर्किल का उद्घाटन परिषद के अध्यक्ष डा. रमेशचंद्र करेंगे और वे सीमांत नैतिकता और सामाजिक न्याय विषयक प्रथम व्याख्यान भी देंगे। द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ व्याख्यान वेदांत दर्शन : एक विमर्श (डा. राजकुमारी सिन्हा), वेदांती समाजवाद : समसामयिक संदर्भ (डा. जटाशंकर) व बौद्ध दर्शन की प्रासंगिकता (डा. वैद्यनाथ लाभ) निर्धारित है। आगे वैश्वीकरण की नैतिकता (डा. आभा सिंह), नव वेदांत की प्रासंगिकता (स्वामी भवात्मानंद महाराज), समाज परिवर्तन का दर्शन (डा. पूनम सिंह) व राष्ट्र निर्माण में आधुनिक भारतीय चितकों का योगदान (डा. नरेश कुमार अम्बष्ट) विषय पर चर्चा होगी। इसके अलावा टैगौर का मानववाद (डा. सिराजुल इस्लाम),


भारतीय दर्शन में जीवन प्रबंधन (डा. इंडू पांडेय खंडूड़ी), गांधी-दर्शन की प्रासंगिकता (डा. विजय कुमार) व सर्वोदय-दर्शन की प्रासंगिकता (डा. विजय कुमार व्याख्यान होगा। बताया गया कि स्टडी सर्कल (अध्ययन मंडल) लोगों का एक छोटा समूह होता है, जो नियमित रूप से विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हैं। कुछ वर्ष पूर्व आइसीपीआर ने स्टडी सर्किल योजना की शुरुआत की है और देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में इसे लागू किया। बिहार में सर्वप्रथम पटना विश्वविद्यालय, पटना में स्टडी सर्किल की शुरूआत हुई थी और कुछ दिनों पूर्व भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय में भी इसकी स्वीकृति दी गई है। डा. सुधांशु ने इसके लिए आइसीपीआर के अध्यक्ष डा. रमेशचंद्र सिन्हा के प्रति आभार व्यक्त किया है।

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