शराब के साथ एक गिरफ्तार, दूसरा फरार

संसू, भगवानपुर: स्थानीय थाना क्षेत्र के नौगढ़-बुच्चा पहाड़ी क्षेत्र से मंगलवार की रात पुलिस ने दस लीटर देसी महुआ शराब के साथ एक धंधेबाज को गिरफ्तार किया है। जबकि अंधेरे का लाभ उठाकर एक अन्य अज्ञात धंधेबाज पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। गिरफ्तार धंधेबाज नौगढ़ गांव निवासी गौरी राम है। इस संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष अनिल प्रसाद ने बताया कि गिरफ्तार धंधेबाज की मेडिकल जांच कराने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि धंधेबाज अधौरा थाना क्षेत्र की ओर से शराब लाकर बिक्री करता था। पुलिस ने बताया कि मौके से फरार हुए धंधेबाज की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने प्रयास किया, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। जिससे उसकी पहचान भी नहीं हो पाई।


नुआंव में बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे कई अवैध निजी क्लीनिक
संवाद सूत्र, नुआंव: प्रखंड क्षेत्र में कई अवैध निजी क्लीनिक संचालित हो रहे हैं। इनमें से कई तो स्थानीय बाजार में ही स्थित हैं। इन क्लीनिकों में न तो डिग्रीधारी चिकित्सक हैं और न हीं मूलभूत सुविधाएं। अस्पताल संचालक गरीब और लाचार मरीजों से पैसा तो ऐंठते हीं हैं, कभी-कभी मरीजों की जान पर भी आफत आ जाती है। सूत्र बताते हैं कि कई ऐसे भी क्लीनिक हैं जहां तरह-तरह का आपरेशन भी किया जाता है। जबकि यहां एक भी सर्जन डाक्टर नहीं हैं। केवल अंदाज पर और थोड़ा बहुत सीखकर ये बड़े से बड़े आपरेशन कर देते हैं। इन अवैध क्लिनिक के संचालक मरीजों को फंसाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। दिन भर मरीज को किसी तरह रोककर रखते हैं। जब रात्रि हो जाती है, तब मरीज की स्थिति गंभीर होने की बात उसके परिवार वालों से कहते हैं। चूंकि रात्रि में मरीज को कहीं अन्यत्र ले जाने की सुविधा आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाती है, इसलिए परिवार वाले मजबूरी में संचालक के कहे अनुसार कार्य करने को विवश हो जाते हैं। इसी तरह अन्य कई पेंच फंसाकर और मरीज की मजबूरियों का फायदा उठाकर ये क्लीनिक संचालक पैसा ऐंठने का कार्य करते हैं। इन क्लीनिको में आने वाले अधिकतर कम पढ़े लिखे और गरीब परिवार से होते हैं। यदि कोई अप्रिय घटना हो जाती है तो रुपये का लालच देकर या सामाजिक दबाव बनाकर मामले को सुलझाया जाता है।
जांच होने पर भाग जाते हैं संचालक:
सूत्र बताते हैं कि सिर्फ नुआंव बाजार में अवैध क्लीनिकों की संख्या लगभग दो दर्जन के आसपास है। जब कभी जांच दल बाजार में आता है तो संचालक क्लीनिक बंद कर भाग खड़े होते हैं। जैसे हीं जांच दल वापस लौटता है फिर से अपने कार्य में लग जाते हैं। कुछ दिनों पहले रामगढ़ में भी अवैध क्लीनिकों के यहां छापा मारा गया था। जिसमें एक क्लीनिक को तत्काल बंद भी किया गया था। जिसके चलते नुआंव के अवैध क्लीनिक संचालकों में दहशत देखा गया था। अभी हाल हीं में चैनपुर एक अवैध क्लीनिक संचालक के यहां जांच हुई तथा संचालक को गिरफ्तार भी किया गया। जिसके कारण फिर नुआंव क्षेत्र के अवैध क्लीनिक संचालकों में भय देखा जा रहा है।
क्या कहते हैं पदाधिकारी-
नुआंव में सभवत: तीन या चार निबंधित क्लीनिक हैं। विशेष जानकारी स्वास्थ्य प्रबंधक दे सकते हैं। प्रबंधक ने बताया कि नुआंव बाजार में केवल तीन क्लीनिकों का निबंधन है। इसके बाद किसी का भी आवश्यक कागजात यहां जमा नहीं है। यहां एक भी निबंधित पैथोलाजी नहीं है।
डा. रामकृष्ण सिंह, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी

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