अब कैदियों के बनाए जाएंगे ई-श्रम कार्ड



संवाद सूत्र, मधेपुरा : मंडल कारा में सजा काट रहे कैदियों के ई-श्रम कार्ड बनाए जाएंगे। इसके लिए श्रम व रोजगार मंत्रालय के पोर्टल पर कैदियों का पंजीकरण किया जाएगा। 31 मार्च तक अंतिम तारीख निर्धारित की गई है। इसकी प्रक्रिया जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।
जेल अधीक्षक अमर शक्ति ने बताया कि श्रम विभाग द्वारा कैदियों के आनलाइन पंजीयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पंजीकरण के बाद सरकार द्वारा कैदियों को ई-श्रम कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। कार्ड के माध्यम से सभी को 12 अंकों का यूनिवर्सल एकाउंट नंबर जारी किया जाएगा, जिससे यूनिक कार्ड से उनकी पहचान की जा सके। श्रम कार्ड मिलने के बाद जब कैदी जेल से निकलेंगे तो उन्हें रोजगार मुहैया कराया जा सकेगा, ताकि बंदी भी मुख्य धारा में लौट सके। कैदी दोबारा अपराध की ओर कदम नहीं बढ़ाएं, उन्हें बेहतर रोजगार मिल सकेगा। कार्ड बनाने वालों की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद परिजनों को दो लाख रुपये बीमा का लाभ मिलेगा। इनके बच्चों को छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा। आत्मनिर्भर बनने के लिए बिना ब्याज का लोन मिलेगा। 16 साल के उम्र से सभी के ई-श्रम कार्ड बनाए जाएंगे।

असंगठित वर्ग के कैदियों को लाभ 16 साल से कम उम्र के नाबालिग कैदियों को इसका लाभ नहीं मिलेगा। इसका लाभ असंगठित वर्ग के कैदियों को दिया जाएगा। इसमें दूध विक्रेता, कृषि मजदूर, सब्जी विक्रेता, प्रवासी मजदूर, ईट भट्ठा मजदूर, मछुआरा, आरा मिल मजदूर, भवन निर्माण मजदूर, बढ़ई, घरेलू मजदूर, नाई, अखबार हाकर, रिक्शा व आटो चालक, मनरेगा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका व जीविका दीदी आदि शामिल हैं। ई-श्रम कार्ड मिल जाने के बाद देश के किसी भी राज्य में काम करने के बावजूद उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। इसमें दर्ज यूएएन नंबर से इनकी पहचान हो सकेगी।
सड़क हादसे में जान जाने के बाद स्वजन को मिलेंगे दो लाख रुपये ई-श्रमधारी बंदियों को बीमा का लाभ मिलेगा। दुर्घटना में मौत होने पर परिजनों को दो लाख रुपये का बीमा दिया जाएगा। दुर्घटना में स्थायी रूप से दिव्यांग होने पर दो लाख रुपये व गंभीर रूप से जख्मी होने पर एक लाख रुपये की सहायता राशि बीमा कंपनियों द्वारा दी जाएगी। ई-श्रम कार्ड धारकों को अन्य कई योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। बेघर लोगों को आवास योजना का लाभ दिया जाएगा।

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