हलसी प्रखंड के नौ प्राथमिक विद्यालयों को नहीं नसीब हुआ अपना भवन

संवाद सूत्र, हलसी (लखीसराय)। हलसी प्रखंड के नौ प्राथमिक विद्यालयों को अब तक अपना भवन नसीब नहीं हुआ है। इस कारण उस विद्यालय के बच्चे जैसे-तैसे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। 2003-2004 में खुले इन विद्यालयों को अब तक जमीन नहीं मिली है। जानकारी के अनुसार हलसी प्रखंड में 65 प्राथमिक विद्यालय एवं 42 मध्य विद्यालय सहित 107 विद्यालय हैं। शिक्षक नियोजन 2006 के बाद से काफी संख्या में शिक्षकों का नियोजन किया गया है। बावजूद भवन के अभाव में बच्चों को पढ़ाई का माहौल नहीं मिल रहा है। ऐसे विद्यालय किसी व्यक्तिगत मकान एवं सामुदायिक भवन में संचालित हो रहे थे। वर्ष 2019 में ही भवनहीन विद्यालयों को निकटतम विद्यालय में संबद्ध करके संचालन का निर्णय लिया। प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कंचनपुर, डीपीईपी प्राथमिक विद्यालय बल्लोपुर, प्राथमिक विद्यालय पुरवारी मुसहरी मतासी, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय तरहारी मोड़ मुसहरी हलसी, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय प्रखंड परिसर हलसी, प्राथमिक विद्यालय रजौनापर प्रतापपुर, डीपीईपी प्राथमिक विद्यालय मुसहरी महरथ, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय रविदास टोला ठेकही एवं डीपीईपी प्राथमिक विद्यालय भोपालपुरी घोंगसा को अपना भवन नसीब नहीं हो सका है। इस संबंध में प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि भवनहीन विद्यालयों की सूची विभाग को पूर्व में ही भेज दी गई है। अभी कोई दिशा-निर्देश नहीं आया है।


होली के पहले नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं होने पर होगा आंदोलन
संवाद सूत्र, हलसी (लखीसराय)। वेतन भुगतान के मामले में शिक्षक संघ एक बार आंदोलन की राह पर है। इसके लिए रणनीति बनाई जा रही है। पूर्व से बकाया सहित नियमित वेतन का भुगतान होली पर्व के पूर्व करने, अंतर वेतन का भुगतान करने सहित अन्य मांगों को लेकर बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ आक्रामक है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कौशल सिंह के निर्देश के आलोक में संघ के प्रदेश महासचिव विपिन बिहारी भारती ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एवं प्राथमिक शिक्षा निदेशक को इससे संबंधित पत्र लिखा है। पत्र की प्रतिलिपि शिक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री को भी दी गई है। भारती ने कहा कि जिलों में नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान विगत दो-तीन माह से बाधित है। बताया जा रहा है कि निदेशालय से जिला शिक्षा कार्यालय को वेतन मद की राशि उपलब्ध नहीं कराई जा सकी ह। 17 मार्च को होली प्रारंभ हो रही है। ऐसे में वेतन भुगतान नहीं करने की साजिश विभागीय स्तर से की जा रही है। समग्र शिक्षा अंतर्गत कार्यरत 2,56,896 प्रारंभिक शिक्षकों का वेतन भुगतान बाधित है। राज्य सरकार की निधि के अंतर्गत से 66,104 प्रारंभिक शिक्षकों के वेतन मद में सभी जिलों में फरवरी 2022 तक की राशि उपलब्ध रहने के बावजूद भुगतान नहीं किया जा रहा है। एक अप्रैल 2021 के प्रभाव से शिक्षकों के मूल वेतन में की गई 15 प्रतिशत की वृद्धि से भी वंचित किया जा रहा है।

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