मंडल कारा छपरा के विचाराधीन कैदी की सदर अस्पताल में मौत

छपरा। मंडल कारा छपरा में बंद विचाराधीन कैदी मोहम्मद नट की छपरा सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। एकमा थाना पुलिस ने उसके घर छापेमारी की थी। उसमें वह गिरफतार तो नही हुआ लेकिन उसके घर से 10 लीटर शराब बरामद की गई। उसे आरोपित कर एकमा पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज किया था। शराब तस्करी के मामले में आरोपित थाना क्षेत्र के एकमा गंजपर निवासी हसन नट के पुत्र मोहम्मद नट ने गत शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर किया। वहां उसे जेल भेजने का आदेश दिया गया, लेकिन उसकी तबियत खराब होने के कारण पुलिस अभिरक्षा में तीन दिन तक सदर अस्पताल में उसका इलाज कराया गया । इसके बाद परसो सोमवार को अस्पताल से मुक्त किए जाने के बाद उसे जेल भेजा गया।


मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को वह जेल के अंदर किसी पेड़ से नीचे गिर कर घायल हो गया । उसे दोनों घुटना, कोहनी, एवं कलाई पर खरोंच का निशान था। घायल मोहम्मद नट को इलाज के लिए जेल प्रशासन ने छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया। इसकी सूचना मोहम्मद नट के स्वजनों को दी गई। स्वजनों की मौजूदगी में सदर अस्पताल के एक सर्जन, एक फिजिशियन सहित तीन चिकित्सकों की टीम ने कुछ देर इलाज उसका किया। इसके बाद उसकी मौत हो गई। सदर अस्पताल में इमर्जेंसी डयूटी पर तैनात चिकित्सक डा पंकज कुमार ने बताया कि उसे अ‌र्द्ध बेहोशी की हालत में सदर अस्पताल लाया गया । मरीज को मिर्गी की बीमारी भी थी। सदर अस्पताल में मोहम्मद नट के शव के पोस्टमार्टम के लिए तीन चिकित्सकों के बोर्ड का गठन किया गया। पोस्टमार्टम के साथ ही अन्य कागजी प्रकिया को पूरा करने के बाद शव मोहम्मद नट के स्वजनों को सौंप दिया गया।
मृतक की पत्नी व बहन ने लगाया मारपीट करने का आरोप
सदर अस्पताल में पति के शव के समीप रो रही शबनम खातुन, मृतक की बहन बेचनी देवी एवं उसकी सास कमलावती देवी आदि ने आरोप लगाया कि जेल के अंदर उसकी पिटाई बेरहमी से की गई है, जिससे उसकी मौत हो गई है। वह शराब पीता था। शराब नहीं बेचता था, लेकिन एकमा पुलिस ने 10 लीटर शराब बरामदगी दिखा कर उस पर केस कर जेल भेजवा दिया। मृतक के घर की महिलाएं एसपी आवास पर पहुंचकर न्याय की गुहार भी लगायी।

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