पहले दिन यात्रा का उत्साह, 700 से अधिक ने किया सफर

मधुबनी। भारत के जयनगर से नेपाल के कुर्था तक ट्रेन के शुभारंभ के दूसरे दिन रविवार को आम यात्रियों के लिए परिचालन शुरू हुआ। पहले दिन करीब 700 यात्री जयनगर से रवाना हुए। अधिकतर सिर्फ घूमने और नई ट्रेन के सफर का आनंद लेने गए। अधिकांश का टिकट ट्रेन में ही मैनुअल काटा गया।

साफ्टवेयर में दिक्कत के चलते पहले दिन रेल कर्मियों को टिकट काटने में परेशानी हुई। इस कारण जयनगर नेपाली रेलवे स्टेशन के काउंटर से सुबह मात्र तीन टिकट ही काटा जा सका। अन्य यात्रियों को ट्रेन में ही मैनुअल टिकट काटकर दिया गया। रविवार की सुबह 8:15 बजे पहली ट्रेन से करीब दो सौ यात्री जयनगर से जनकपुर के लिए रवाना हुए। दूसरी से करीब 500 यात्री गए। इनमें अधिकांश जनकपुर में मां जानकी का दर्शन करने गए। यात्रियों को टिकट के लिए पहचान पत्र रखना बेहद जरूरी है। काउंटर पर बिना पहचान पत्र दिखाए टिकट नहीं मिल सकता। यात्रा के दौरान भी पहचान पत्र अनिवार्य है।

दो घंटे में कुर्था पहुंची ट्रेन : सुबह 8:15 बजे जयनगर से खुली ट्रेन 9:35 में जनकपुर पहुंची। दो घंटे में कुर्था 10:15 बजे पहुंची। वहीं, कुर्था स्टेशन से जयनगर के लिए ट्रेन 10:30 बजे रवाना हुई। 10:50 बजे जनकपुर और 12:30 बजे जयनगर पहुंची।
हर दिन दो फेरे लगाएगी ट्रेन : हर दिन ट्रेन दो फेरे लगाएगी। भारतीय समय के अनुसार पहली ट्रेन जयनगर से सुबह 8:15 बजे खुलेगी जो कुर्था में 10:15 बजे पहुंचेगी। कुर्था से वापस 10:50 बजे यह ट्रेन रवाना होगी और 12:30 बजे जयनगर पहुंचेगी। दूसरी ट्रेन जयनगर से दिन के 2:45 बजे खुलेगी। विभिन्न स्टेशनों से गुजरते हुए यह ट्रेन कुर्था 4:45 बजे पहुंचेगी। वहां से वापस 5:20 बजे शाम में रवाना होगी और जयनगर शाम के सात बजे पहुंचेगी।
नेपाली और भारतीय समय के चक्कर में छूटी कई की ट्रेन : नेपाल रेलवे की ओर से जारी समय सारिणी रविवार की सुबह स्टेशन पर चस्पा की गई। ट्रेन का परिचालन नेपाली समय के अनुसार किया जा रहा है। भारतीय समय और नेपाली समय में 15 मिनट का अंतर है। जिन यात्रियों को ये पता नहीं था, उनकी ट्रेन छूट गई। नेपाली समय के अनुसार जयनगर से सुबह 8:30 बजे कुर्था के लिए ट्रेन रवाना होनी है, अर्थात भारतीय समय के अनुसार 8:15 बजे।
रामनवमी, विवाह पंचमी पर आसानी से जा सकेंगे जनकपुर
भगवान राम और मां सीता से जुड़े अनेक दर्शनीय स्थल जनकपुर में हैं। विवाह पंचमी, रामनवमी, जानकी नवमी समेत अन्य मौके पर बड़ी संख्या में देश-विदेश के लोग जनकपुर जाते हैं। श्रद्धालुओं को सड़क मार्ग से जाने की परेशानियों से मुक्ति मिल गई है।

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