बिना राशि के एमडीएम संचालन से परेशान हैं प्रधानाध्यापक

संवाद सूत्र, पुरैनी (मधेपुरा) : प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत प्रखंड क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों में विभागीय निर्देशानुसार फिलहाल बिना राशि के एमडीएम का संचालन किया जा रहा है। विभागीय स्तर से एमडीएम मद में अबतक कोई भी राशि आवंटित नहीं किए जाने से जहां विद्यालय के प्रधान काफी परेशान हैं। वहीं राशि के अभाव में एमडीएम का नियमित रूप से संचालन कर पाना विद्यालय के प्रधानाध्यापकों के लिए टेढ़ी खीर बनता जा रहा है। लिहाजा एमडीएम के नियमित संचालन पर प्रश्नचिह्न लगने की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मालूम हो कि कोरोना काल के बीते दो वर्षों के दौरान सरकारी विद्यालयों में बंद पड़े एमडीएम को प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत बीते 28 फरवरी से शुरू कराया गया है। लेकिन शुरू कराए गए एमडीएम के लिए विभागीय स्तर से सभी विद्यालय को चावल तो उपलब्ध करा दी गई है। लेकिन इस मद में अब तक कोई भी राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है। लिहाजा प्रधानाध्यापक या तो खुद के पैसे से एमडीएम का संचालन करने को बाध्य हैं या फिर उधारी के बलबूते जैसे-तैसे एमडीएम का संचालन करा रहे हैं। गौरतलब हो कि कोरोना काल के दौरान ही विभागीय स्तर से एमडीएम से संबंधित विभिन्न बैंकों में संचालित खाते को बंद कर अवशेष पड़ी राशि की वसूली सभी विद्यालयों से कर ली गई थी। तत्पश्चात विभागीय स्तर से नए सिरे से एमडीएम संचालन के लिए सभी विद्यालय शिक्षा समिति का बैंक खाता एचडीएफसी बैंक में खुलवाया गया था। खुलवाए गए बैंक खाता में राशि आवंटन की बात तो दूर आज तक संबंधित विद्यालय के प्रधान शिक्षकों को खाता नंबर व पासबुक तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। इसके अलावा नए कार्य प्रणाली के तहत विद्यालय प्रधान को एडमिन व मेकर बनाने के बावजूद यूजर आइडी व पासवर्ड तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। इस बाबत दर्जनों विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि विभागीय निर्देश के तहत बीते 28 फरवरी से सभी विद्यालयों में बिना राशि का आवंटन किए एमडीएम चालू कर दिया गया है। एक माह बाद भी एमडीएम मद में राशि का आवंटन नहीं किए जाने से विद्यालय के प्रधानाध्यापकों दिक्कत हो रहा है। प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश प्रधानाध्यापकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को वास्तविक स्थिति से अवगत कराकर एमडीएम मद में खर्च की गई राशि सहित आगे एमडीएम संचालन के लिए पर्याप्त राशि का अविलंब आवंटन करने की मांग की है। प्रधानाध्यापकों ने बताया कि विद्यालय में एमडीएम संचालन में गैस आपूर्ति के लिए स्थानीय रायल एचपी ग्रामीण गैस वितरक को चिन्हित किया गया है। वहीं अन्य सामग्री की आपूर्ति के लिए विद्यालय स्तर से सुविधानुसार कई किराना वेंडरों का नाम विभाग को भेजा गया है। वर्तमान में स्थिति यह है कि राशि के अभाव में जहां गैस एजेंसी वाले सिलेंडर देने से कतराने लगे हैं।


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