समस्तीपुर विप चुनाव में भाजपा का 'तरूणोदय'

समस्तीपुर। स्थानीय निकाय कोटे से विधान परिषद सीट के लिए हुए चुनाव में एनडीए की ओर से चुनाव मैदान में उतरे भाजपा प्रत्याशी डॉ. तरुण कुमार ने जीत दर्ज की। उन्होंने राजद प्रत्याशी रोमा भारती को 1521 मतों के अंतर से पराजित कर दिया। मतगणना संपन्न होने के बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह ने चुनाव प्रेक्षक असंगबा चुबा आओ की उपस्थिति में परिणाम की घोषणा की। प्रथम वरीयता के मतों की गिनती से ही विजयी हुए डा. तरूण प्रथम वरीयता के मतों की गिनती के बाद ही डॉ. तरुण कुमार को विजयी घोषित कर दिया गया। घोषित परिणाम के मुताबिक भाजपा प्रत्याशी श्री तरुण को कुल 3338 मत प्राप्त हुए। जबकि राजद प्रत्याशी रोमा भारती को 1817 वोट मिले। कांग्रेस से प्रत्याशी रहे अवनिश कुमार को 82 मत, विकासशील इंसान पार्टी के प्रत्याशी आदर्श कुमार को 43, स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने वाले देव नारायण सिंह को 41, जितेन्द्र चौधरी को 8 व केशव कुमार सिंह को 6 और पवन कुमार पासवान को 11 मत प्राप्त हुए। 166 मत रद कर दिए गए। विदित हो कि चार अप्रैल को विधान परिषद के संपन्न हुए चुनाव में 5568 वोटरों में 5512 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। विजयी प्रत्याशी श्री तरुण को सर्वाधिक 3338 मत प्राप्त हुए। जिसके कारण द्वितीय वरीयता के मतों की गिनती करने की आवश्यकता ही नहीं हुई। 14 नवंबर 21 को ली थी भाजपा की सदस्यता 13 नवंबर 2021 तक कांग्रेस की राजनीति करने वाले डा. तरूण कुमार ने 14 नवंबर 21 को भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। भाजपा प्रदेश कार्यालय में उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, किसान नेता जगन्नाथ ठाकुर, प्रदेश महामंत्री सुशील चौधरी की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। उस समय उनके साथ करीब पांच सौ लोगों ने पार्टी की सदस्यता ली थी। पिता हरिनारायण चौधरी के भाजपा से विधान पार्षद निर्वाचित होने के बावजूद काफी दिनों तक उन्होंने पार्टी से दूरी बना रखी थी। पिता के निधन के बाद उनकी नजदीकियां भाजपा से बढ़ने लगी थी। उसी समय तय हो गया था कि आसन्न विधान पार्षद चुनाव के मद्देनजर उन्होंने यह कदम उठाया है। 2015 के रिकार्ड की पिच पर शानदार बैटिग वर्ष 2003 में पहली बार हुए निकाय कोटे से हुए चुनाव में तबके कांग्रेसी नेता हरिनारायण चौधरी विजयी हुए थे। उस समय प्रथम वरीयता मत से किसी की जीत नहीं हुई थी। द्वितीय और तृतीय वरीयता मतों की गिनती के बाद हरिनारायण चौधरी विजयी हुए थे। उस समय भाजपा समर्थित प्रत्याशी सुरेश राय दूसरे नंबर पर थे। फिर 2009 के चुनाव में राजद प्रत्याशी रोमा भारती ने हरिनारायण चौधरी को पराजित किया था। इसमें भी द्वितीय वरीयता के मतों के आधार पर रोमा भारती विजयी हुई थीं। 2015 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी हरिनारायण चौधरी ने प्रथम वरीयता के आधार पर ही चुनाव में विजयी हुए थे। दुर्भाग्य से 1 मई 2021 को विधान पार्षद हरिनारायण चौधरी की मृत्यु हो गई। उसके बाद से यह सीट खाली हो गया। इस चुनाव में भी उनके पुत्र ने प्रथम वरीयता के मतों से ही यह सीट हासिल कर ली और जीत के अंतर को भी बढ़ाया। इस प्रकार देखा जाए तो उन्होंने 2015 के चुनावी पिच पर शानदार बैटिग कर अपना रिकार्ड कायम रखा। यह जीत भाजपा कार्यकर्ताओं की जीत है: तरूण

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अपनी जीत को भाजपा कार्यकर्ताओं, त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों की जीत बताते हुए डा. तरूण कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और उनके लोक कल्याणकारी नीतियों के कारण लोगों ने भाजपा पर अपना विश्वास जताया है। यह जीत केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी समेत हजारों राजग कार्यकर्ताओं की जीत है। उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों की समस्याओं को सदन में प्रमुखता से उठाना हमारी पहली प्राथमिकता होगी।

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