बाढ़ और कटाव को लेकर भारत नेपाल की उच्चस्तरीय बैठक में शामिल होंगे डीएम

बेतिया। जल संसाधन पर भारत, उत्तर प्रदेश एवं नेपाल से जुड़े कोसी एवं गंडक परियाजना के विभिन्न मुद्दों पर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक आगामी 11 से 14 अप्रैल तक पटना के एक निजी होटल होगी। जिसमें पश्चिम चंपारण के डीएम कुंदन कुमार विशिष्ट आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल होंगे। बैठक बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग की ओर से आयोजित की गई है। जिलाधिकारी ने बताया कि बैठक की अध्यक्षता भारत की ओर से जल संसाधन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल करेंगे। इसमें सदस्य के रूप में जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख रविन्द्र कुमार शंकर, सिचाई के अभियंता प्रमुख, बाढ़ नियंत्रण के अभियंता प्रमुख भारत सरकार के निदेशक ए शुक्ला, उत्तर प्रदेश के जल संसाधन एवं सिचाई विभाग के मुख्य अभियंता एमके निगम के अलावा विशेष आमंत्रित सदस्यों में पश्चिम चंपारण के डीएम के अलावा सुपौल,यूपी के महाराजगंज के जिलाधिकारी एवं नेपाल जल संसाधन विभाग, काठमांडू के जन संपर्क पदाधिकारी प्रभाकर रंजन भाग लेंगे। बैठक में कोसी एवं गंडक परियोजना के आधारभूत संरचनाओं की सुरक्षा, रख-रखाव, बाढ़ कटाव व जलापूर्ति से जुड़े मामलों पर चर्चा होनी है। वहीं गंडक परियोजना के मामले में पश्चिमी कैनाल के पानी से बड़े हिस्से में कृषि भूमि के डूबने पर चर्चा होगी। भूमि की सुरक्षा के लिए बाढ़ एवं कटाव निरोधी उपायों को लागू करने, इस पर बने सर्विस रोड का रख-रखाव एवं नेपाल के पावर हाउस के चलते निकले शिल्ट के मामलों पर भी बात होगी। वहीं दोनों परियोजनाओं के भूमि लगान के भुगतान, वार्षिक कार्ययोजना, गंडक नदी संघर्ष समिति की ओर से की गई मांग को बैठक का मुद्दा बनाया गया है।


----------------------------------
जल विद्युत परियोजना भी होगा मुख्य मुद्दा
चार दिवसीय बैठक में गंडक एवं कोसी परियोजना से जुड़े जल विद्युत परियोजना पर चर्चा होगी। इसमें सूरूजपुर जल विद्युत परियोजना से नियमित बिजली आपूर्ति, कोसी जल विद्युत परियोजना से उत्पादित बिजली के बटवारे को लेकर दोनों देशों के बीच उत्पन्न विवाद को मुख्य मुद्दा बनाया गया है। वहीं कोसी टापू क्षेत्र के कारण वहां हो रहे वन्य जीवों की परेशानियों को भी शामिल किया गया है।

अन्य समाचार