जिले के हर गांव में खेल मैदान को किया जाएगा विकसित : डीएम

मोतिहारी। जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक की अध्यक्षता में नगर भवन मोतिहारी में खेलो इंडिया, खेलो चंपारण के तहत चंपारण खेल क्रांति अंतर्गत जिले के सभी गांवों में खेल मैदान के विकास हेतु उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि चंपारण खेल क्रांति का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक गांव में खेल मैदान को विकसित करना है। मूल रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में खेल संरचना एवं अवसंरचना का विकास एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं के माध्यम से युवा खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा। खेलो इंडिया योजना के प्रतिभा खोज और विकास घटक के तहत जमीनी स्तर पर प्रतिभा खोज का आयोजन किया जाता है। इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य खेल से संबंधित आधारभूत संरचनाएं एवं खेल संस्कृति को बढ़ावा देना है। इसके माध्यम से जिले के खिलाड़ियों की प्रतिभा का विकास हो एवं उनको खेल के क्षेत्र में अवसर मिल सके। खेलो इंडिया यूथ गेम्स एवं राज्य तथा केंद्र सरकार द्वारा संचालित खेल प्रतियोगिताओं में भी इस जिले की प्रतिभाओं को मौका मिले। जिले में यह अभियान विभिन्न विभागों के समन्वय से चलाया जाएगा। वृहद रूप से फील्ड गतिविधियां चलाई जाएंगी एवं डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर डाटा कैप्चर किया जाएगा। पंचायत के प्रत्येक गांव में एक आदर्श खेल के मैदान का विकास के अलावा पंचायत में खेल समिति बनेगा। प्रखंड, अनुमंडल एवं जिलास्तर पर भी खेल समितियों का निर्माण, शारीरिक शिक्षकों द्वारा सामुदायिक कोचिग, खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन, महिलाओं, दिव्यांगजनों एवं समाज के पिछड़े वर्गों को खेल तथा खेलो इंडिया से जोड़ना, जनप्रतिनिधियों, स्पो‌र्ट्स क्लब, खेलप्रेमी एवं सेवानिवृत्त खेल विशेषज्ञों को अभियान से जोड़ना। पंचायती राज विभाग, मनरेगा, शिक्षा विभाग, खेल विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सहयोग से खेल मैदान को जिले के हर क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना काल में बहुत से लोग एवं बच्चे शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रभावित हुए हैं। खेल ही एक ऐसा माध्यम है जो आदमी के शारीरिक एवं मानसिक रूप को विकसित कर सकता है। कहा कि अपने अपने क्षेत्र अंतर्गत एक आदर्श खेल मैदान के रूप में विकसित करें। मनरेगा के माध्यम से मैदान का समतलीकरण, बाउंड्री निर्माण, पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है। सभी बीआरपी एवं पीटी शिक्षक आपस में समन्वय स्थापित कर खेल मैदान को विकसित करेंगे। उन्होंने कहा कि खेल का मुख्य उद्देश्य मेडल जीतना एवं बहुत आगे ओलंपिक का स्तर पर भेजना नहीं है, बल्कि छोटे-छोटे खेल खेलने से हमारे समाज की बनावट सु²ढ़ होती है। आपस में भाईचारा और प्रेम भी बढ़ता है। बच्चों का शारीरिक एवं बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। संबंधित पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि अपने पंचायतों में मुखिया के साथ बैठक कर खेल गतिविधियां प्रारंभ करें। 31 मई के पूर्व पंचायत के सभी गांव में दो खेल मैदान को विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि स्वेच्छा से कार्य कर बच्चों के हित में एवं मनोरंजन के लिए खेल को बढ़ावा दें। स अवसर पर उप विकास आयुक्त कमलेश कुमार सिंह, जिला परिवहन पदाधिकारी कमलेश कुमार सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी सादिक अख्तर, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी भूमि उप समाहर्ता, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा, कार्यपालक पदाधिकारी नगर निगम, नगर निकाय, जिला खेल पदाधिकारी, सभी शारीरिक शिक्षक एवं वरीय उप समाहर्ता उपस्थित थे।


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