सीतामढ़ी के चैनपुरा गांव पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व सांसद नवल बाबू को दी श्रद्धांजलि

सीतामढ़ी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को पूर्व सांसद दिवंगत नवल किशोर राय को श्रद्धांजलि देने उनके गांव चैनपुरा पहुंचे। यहां उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ शिक्षा मंत्री विजय चौधरी, विधान परिषद में जदयू के उपनेता देवेश चंद्र ठाकुर भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर से पौने चार बजे के लगभग चैनपुरा गांव पहुंचे। हेलीकाप्टर में उनके साथ मंत्री विजय चौधरी व विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर भी पटना से ही साथ चले थे। हेलीपैड से सड़क होकर मुख्यमंत्री का काफिला पूर्व सांसद के पैतृक आवास पहुंचा। वहां दिवंगत पूर्व सांसद को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद मौजूद नेताओं व कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया और सीधे अंदर चले गए। दिवंगत पूर्व सांसद के स्वजन से मुलाकात की। उनका कुशल-क्षेम पूछा और अपनी तरफ से हर कदम पर साथ निभाने की प्रतिबद्धता जताई। पूर्व सांसद नवल किशोर राय का निधन 16 अप्रैल को हो गया था। उनके श्राद्धकर्म में भाग लेने के लिए आए थे। मुख्यमंत्री श्रद्धांजलि देने के बाद कुछ देर तक श्रद्धांजलि स्थल पर बैठे जहां कुछ प्रमुख नेताओं से मिले। पूर्व सांसद की पत्नी व बच्चों से परिचित होकर ढांढस बंधाया। फिर यहां से वे पटना के लिए रवाना हो गए। 6 मिनट पहले पहुंचे और 21 मिनट ठहरने के बाद निकले : मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर 3.50 बजे हैलीपैड पर उतरना था, लगभग चार मिनट पहले ही लैंड कर गया। करीब 3.46 मिनट पर हेलीकाप्टर घर के बगल में बने हेलीपैड पर उतरा। इसके बाद सीएम कार से पूर्व सांसद के आवास पर पहुंचे। तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पूर्व सांसद की पत्नी राम दुलारी देवी, पुत्र गुंजेश कुमार नवीन, अरविद कुमार और प्रवीण कुमार समेत अन्य स्वजन से मिले। दुख की इस घड़ी में धैर्य व हिम्मत से काम लेने की सलाह दी। मुख्यमंत्री विदा लेते हुए घर से कार में हैलीपैड की ओर रवाना हो गए। 4.21 बजे सीएम का हेलीकाप्टर पटना के लिए रवाना हो गया। मुख्यमंत्री से मिलने को सबको अनुमति नहीं : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कार्यक्रम बहुत ही संक्षिप्त व सादगी भरा रहा। उनके आगमन को लेकर जिले के चिह्नित नेताओं की एंट्री मिली थी। हेलीपैड पर डीएम सुनील कुमार यादव व एसपी हरकिशोर राय ने उनकी अगवानी की। वहां से जब मुख्यमंत्री पूर्व सांसद के घर पहुंचे तो श्रद्धांजलि अर्पित करने के समय भी पूर्व सांसद सीताराम यादव, रामकुमार शर्मा, विधायक दिलीप राय, गायत्री देवी, पंकज मिश्रा, पूर्व विधायक रामनरेश यादव, रेखा गुप्ता, पूर्व जिलाध्यक्ष राणा रंधीर सिंह चौहान, पूर्व मंत्री डा. रंजू गीता, जदयू जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह कुशवाहा, नागेंद्र सिंह, प्रखंड प्रमुख सुधा देवी आदि मौजूद थे। इसके अलावा परिवार के कुछ चिह्नित लोगों को छोड़ किसी नेता, कार्यकर्ता व मीडियाकर्मियों को सुरक्षा घेरे के बाहर ही रोक दिया गया। काफी कहने के बाद भी किसी भी नेता व कार्यकर्ताओं को जाने की इजाजत नही मिली। मीडियाकर्मियों को श्रद्धांजलि सभा में भी जाने की इजाजत नही थी। मुख्यमंत्री को लेकर सुरक्षा चाक-चौबंद : मुख्यमंत्री के आगमन पर चैनपुरा गांव स्थित हैलीपैड से लेकर पूर्व सांसद के घर तक पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। मुख्यमंत्री के काफिले की अगुवाई डीएम व एसपी खुद कर रहे थे। हैलीपैड से लेकर पूर्व सांसद के आवास तक एसएच-87 के दोनों किनारे बांस से बैरिकेडिग की गई थी। वहां आसपास के घरों से भी लोगों को बाहर बिना काम निकलने पर रोक लगा दी गई थी। पुपरी की तरफ से पूर्व सांसद के घर तक जाने के लिए तीन स्थानों पर बैरियर लगा बड़े व बिना पास वाले वाहनों की आवाजाही रोकी गई थी। मुख्यमंत्री के आगमन से पहले मेटल डिटेक्टर व श्वान दस्ता लेकर सुरक्षा अधिकारी तैनात थे। हाल के दिनों में मुख्यमंत्री के दो-तीन कार्यक्रमों में सुरक्षा चूक के लिहाज से जबरदस्त इंतजाम किए गए थे। अनचाहे ढंग से वाहन खड़े करने वालों को पुलिस जवानों द्वारा पार्किंग स्थल की जानकारी दी जा रही थी। कई थानों की पुलिस व जिले के विभिन्न प्रखंडों के अधिकारियों की ड्यूटी लगी थी। एसडीएम नवीन कुमार व डीएसपी विनोद कुमार माइक लेकर सड़क पर घूमकर लोगों को सुरक्षा घेरा से बाहर रहने के लिए अपील कर रहे थे। सीएम के आगमन को लेकर पुपरी-सुरसंड मुख्य पथ पर दिनभर आवागमन बंद रहा।


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