जहां हार्न बजाना मना है वहां गोली बरसाकर चले गए बदमाश

जासं, जहानाबाद । नीमा निवासी होटल व्यवसायी अभिराम शर्मा हत्याकांड से जिले में वर्दी की हनक तार-तार हो गई है। यह घटना पुलिस को खुली चुनौती है। अब लोगों के मन में भी यह सवाल कौंधने लगा है कि वे यहां नहीं तो कहां महफूज हैं। शहर के सुरक्षित एरिया में घुसकर अभिराम शर्मा की हत्या ने सबको झकझोर दिया है। जहां शहर के शीर्ष अधिकारियों का आवास हो वह एरिया सुरक्षित माना जाता है। तेज आवाज में हार्न बजाने पर मनाही रहती है पर इसी एरिया में घुसकर हमलावर गोलियां बरसाकर निकल गए। पुलिस हाथ मलती रह गई। कल पुलिस उसे जरूर दबोच लेगी, लेकिन शहर की फिजा में घुली बारूद की ये गंध लंबे समय तक बनी रहेगी। बहुत मुश्किल से यह शहर नक्सलियों और अपराधियों के आतंक से उबर पाया था। दोहरे हत्याकांड ने लोगों को फिर डरा दिया। जिस श्रीराम आश्रम में अभिराम शर्मा को गोलियों का भूना गया, वहां से महज 100 मीटर की दूरी पर एनएच-83 किनारे जज, डीएम, डीसीसी, एडीएम और एसपी का आवास है। थोड़ी दूर पर कड़ौनी ओपी है। यहां से वहां तक अमूमन पचास से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात होंगे। इस बीच हथियार से लैस बाइक सवार दो बेखौफ शूटर मसौढ़ी की तरफ से जहानाबाद शहर में प्रवेश करते हैं। एनएच किनारे श्रीराम आश्रम में घुसकर आराम फरमा रहे होटल व्यवसायी को गोलियों से ढेर कर आराम से निकल जाते हैं। पुलिस को भनक तक नहीं लगती। चाचा हैं, शादी का कार्ड देना है


शादी का कार्ड देने के बहाने गमछाधारी दोनों शूटर श्रीराम आश्रम पहुंचे थे। दोनों के सिर पर हेलमेट थे और गमछे का रंग भी एक था। बाहर खड़े गार्ड सह केयर टेकर पिटू कुमार ने रोका तो शूटरों ने कहा कि चाचा हैं, शादी का कार्ड देना है। गार्ड एक शूटर को साथ लेकर कमरे में चला गया। अंदर जाते ही शूटर गार्ड को हथियार दिखाकर वहां से भगा दिया। वह शोर मचाते हुए बहार निकला। शोर सुन बाहर खड़ा दूसरा शूटर भागने के बजाय अंदर आ गया। इस बीच पहला शूटर अभिराम शर्मा को एक गोली मारकर कमरे से बाहर निकल आता है। गोली की आवाज सुन दूसरे कमरे से एक महिला कमरा नंबर 101 में पहुंची और चिखने चिल्लाने लगी। तभी दोनों शूटर फिर कमरे में घुसे और चिखती चिल्लाती महिला के सामने ही अभिराम शर्मा को फिर ताबड़तोड़ चार और गोली दाग देते हैं। जिस पलंग पर अभिराम शर्मा बैठे थे, पास में ही महिला का बच्चा बैठा, उसका पूरा बदन खून के छींटे से सन जाता है। यह देखकर महिला एकबारिगी यह समझ बैठी थी कि अपराधियों ने बच्चे को भी गोली मार दी है। बच्चे के रोने की आवाज सुन महिला की जान में जान आई। सुबह 6:25 में अभिराम और मसौढ़ी में 7:10 बजे दिनेश को मारी गोली
मंगलवार की सुबह 6:25 में अभिराम शर्मा को गोली मारी गई थी। इसके ठीक 35 मिनट बाद 7:10 बजे यहां से 18 किमी दूर मसौढ़ी में इनके रिश्तेदार नीमा निवासी दिनेश शर्मा की गोली मारकर हत्या की जाती है। दिनेश हत्याकांड में भी बाइक सवार गमछाधारी दो शूटरों के शामिल होने की बात सामने आई है। पुलिस को शक है कि दोनों जगहों पर एक ही ग्रुप द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है। जहानाबाद के बाद मसौढ़ी में जाकर हत्या की गई है। बहरहाल, पुलिस सभी बिदुओं पर वैज्ञानिक तरीके से दोहरे हत्याकांड की तफ्तीश कर रही है। पुलिस का दावा है कि दोहरे हत्याकांड में शामिल सभी अपराधियों की शिनाख्त कर ली गई है। जल्द ही गिरफ्तारी पूरी कर पूरे कांड का पर्दाफाश कर दिया जाएगा। अभिराम शर्मा हत्याकांड में चार अज्ञात के खिलाफ कड़ौना ओपी में मामला दर्ज किया गया है। दिनेश शर्मा हत्याकांड में पांडव गिरोह के सरगना नीमा के कुख्यात संजय सिंह, उसके भाई धनंजय कुमार उर्फ रंजय कुमार, संजय के बहनोई तारेगना निवासी शिवरमन उर्फ छोटू, नीमा के राकेश कुमार उर्फ सुग्गा, सुधीर कुमार और बिहटा थाना के सिकंदरपुर निवासी छोटू कुमार उर्फ छोटे सरकार को नामजद किया गया है।

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