मजदूर दिवस संगठित व असंगठित मजदूरों का महापर्व

मधुबनी । ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) एवं इससे संबद्ध यूनियन विश्वकर्मा काष्ठ शिल्पी विकास समिति (काष्ठ कर्मी संघ), निर्माण कामगार फेडरेशन, रसोईया संघ एवं निर्माण श्रमिक संघ के आह्वान पर स्थानीय मिथिला भवन में मजदूर दिवस पर संकल्प सभा का आयोजन किया गया। श्रमिकों ने मिश्रीलाल ठाकुर की अध्यक्षता में जुलूस निकालकर सरकार के विरूद्ध आक्रोश व्यक्त किया। विधायक समीर कुमार महासेठ ने कहा कि मजदूर दिवस संगठित एवं असंगठित मजदूरों का महापर्व है। कहा कि ट्रेड यूनियन एक्ट 1926 और काम के अधिकार, न्यूनतम मजदूरी अधिनियम 1948 का आज सरकार द्वारा उल्लंघन हो रहा है। विधायक भरत भूषण मंडल ने कहा कि देश में 93 प्रतिशत मजदूर है जिसपर सरकार जुल्म कर रही है। राजद मजदूर, किसान और युवाओं को साथ लेकर चलने पर विश्वास करती है। काष्ठ कर्मी संघ के राज्य महासचिव शिवपूजन ठाकुर ने कहा कि देश गुलामी की ओर जा रहा है। धर्म के नाम पर उन्माद फैलाया जा रहा है। बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार के विरोध में लड़ने की जरूरत है। संविधान को बदलने का खतरा है। बिहार काष्ठ आधारित उद्योग नीति बनाई गई, लेकिन इस नीति के खामियों के कारण इस पर टिबर मालिकों का अधिकार हो गया है। एटक जिलाध्यक्ष रामचंद्र शर्मा ने कहा कि श्रम विभाग की मनमानी से मधुबनी में कर्मकार कल्याण बोर्ड में निबंधित श्रमिक वर्षो से वंचित हैं। सभा को सुनील नायक, डा. पीके झा, अताउर रहमान, जगदीश शर्मा, मनोज शर्मा, विजय कुमार शर्मा, सतीश ठाकुर, रंजीत कुमार शर्मा, सूर्यनारायण ठाकुर, राम कृष्ण ठाकुर, नागेश्वर ठाकुर, गोपाल शर्मा, रामप्रकाश मंडल, शिबू दास, संजीत ठाकुर, अमीरी सा़फी आदि ने संबोधित किया।


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