शिवहर में 28 हजार 600 उपभोक्ता गायब, विद्युत विभाग कर रहा तलाश

शिवहर। शिवहर में 28 हजार 600 विद्युत उपभोक्ता गायब हो गए हैं। इनमें 63 बड़े उपभोक्ता भी शामिल हैं। इन्होंने बिजली बिल के नाम पर एक साल से एक रुपया तक जमा नहीं किया है। इनपर लगभग 50 करोड़ से अधिक रुपये बकाया है। बड़े उपभोक्ताओं ने छोटे-छोटे उद्योग के नाम पर विद्युत कनेक्शन लेने के बाद बिजली का जमकर उपयोग किया है। बाद में उद्योग बंद कर दिया और फरार हो गए। विभाग द्वारा एक ओर गायब उपभोक्ताओं की तलाश शुरू कर दी गई है, वहीं औद्योगिक इकाई के नाम विद्युत विभाग को चूना लगाने वालों के खिलाफ नीलामवाद की तैयारी शुरू कर दी गई है। दरअसल, इलाके के लोग विभाग को चपत लगा रहे है। विभाग द्वारा बकाया राशि रहने के चलते कनेक्शन काट दिया जा रहा है। लेकिन लोग कनेक्शन कटने के बाद चोरी से बिजली जला रहे है। पिछले साल विभाग ने बकाया वसूली के लिए अभियान चलाया था। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों के कनेक्शन काट दिए थे। इनमें आधे से अधिक उपभोक्ताओं ने बकाया जमा कर री-कनेक्शन कराया था। लेकिन 26 हजार 800 उपभोक्ताओं ने न तो बकाया जमा किया और नहीं री-कनेक्शन कराया। विभाग के लिए ये उपभोक्ता मानों गायब हो गए है। जबकि, जिले के 63 लोगों ने उद्योग के नाम पर कनेक्शन लिया। बाद में उद्योग की इकाई बंद कर फरार हो गए। अब विद्युत विभाग द्वारा एक टीम गठित किया गया है। जो अगले दस दिनों तक अभियान चलाकर इन उपभोक्ताओं को चिन्हित कर बिल की वसूली करेगी। साथ ही चोरी से बिजली जलाने वालों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराएगी। कार्यपालक अभियंता ई. श्रवण कुमार ठाकुर ने बताया कि 26 हजार 800 घरेलू और 63 कामर्शियल उपभोक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए दस दिनों का विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है। बताया कि, इन पर लगभग 50 करोड़ का बकाया है। बताते चलें कि जिले में 90 हजार विद्युत उपभोक्ता है। इनमें 65 हजार उपभोक्ता ही नियमित रूप से बिल अदा कर रहे है। कार्यपालक अभियंता के नेतृत्व में मार्च माह में शिवहर में तय लक्ष्य से डेढ़ गुना अधिक विद्युत बिल की वसूली की गई थी। वहीं शिवहर जिला पूरे बिहार में पहला स्थान प्राप्त किया था। हालांकि, विभाग के लिए 26 हजार 800 विद्युत उपभोक्ताओं की तलाश और बकाए बिल की वसूली की राह आसान नहीं है।


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