नालंदा खुला विवि के छात्रों को अब नहीं जाना होगा पटना, जिले में बनेगा परीक्षा केंद्र



संवाद सूत्र, सिंहेश्वर (मधेपुरा) : नालंदा खुला विश्वविद्यालय (एनओयू) पटना में नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों को अब परीक्षा देने के लिए पटना नहीं जाना होगा। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. घनश्याम राय ने बताया कि अब प्रमंडल व जिला स्तर पर भी परीक्षा केंद्र बनाने की योजना है। इस कड़ी में ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में भी एक परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के जनसंपर्क पदाधिकारी डा. सुधांशु शेखर ने एनओयू के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि विश्वविद्यालय के इस निर्णय से सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले विद्यार्थियों को काफी लाभ मिलेगा। समस्याओं के कारण अधिकांश विद्यार्थी एनओयू में नामांकन लेने से डरते थे और कई विद्यार्थी बीच में ही कोर्स छोड़ने को मजबूर हो जाते थे। प्रमंडल व जिला स्तर पर परीक्षा आयोजित होने से सभी विद्यार्थियों को अवसर मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि पिछले नौ माह में एनओयू के 41 नए अध्ययन केंद्र स्थापित किए गए हैं। इसी क्रम में दो नवंबर, 202 को ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में और 19 जनवरी, 2022 को केपी कालेज, मुरलीगंज में एनओयू का अध्ययन केंद्र खोला गया है। इस तरह अबतक कुल 265 अध्ययन केंद्र स्थापित किए जा चुकें हैं।

उन्होंने बताया कि एनओयू का उद्देश्य दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से सामाजिक व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों, गृहिणियों, कामकाजी महिलाओं, दिव्यांगों आदि को शिक्षित एवं कौशलयुक्त बनाना है। उन्होंने बताया कि एनओयू के कुलसचिव के प्रस्ताव पर कुलपति ने आगामी सत्र से प्रमंडल व जिला स्तर पर एनओयू का परीक्षा केंद्र स्थापित करने की स्वीकृति दी है। इससे सभी वर्गों में शिक्षा का अलख जगा है और सुदूर क्षेत्रों तक ज्ञान की ज्योति पहुंच रही है। महिलाएं, दिव्यांग या वैसे लोग जो किसी कारणवश औपचारिक डिग्री प्राप्त नहीं कर पाते हैं, एनओयू उनके लिए वरदान की तरह है। उन्होंने कहा कि आज ससमय नामांकन, ससमय परीक्षा व ससमय परीक्षाफल इस विश्वविद्यालय की पहचान बन गई है। यहां 105 विषयों की पढ़ाई होती है। इनमें इंटर, स्नातक, स्नातकोत्तर, स्नातकोत्तर डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्स शामिल है। इनमें बीएलआइएस, एमएलआइएस, एमसीए, पत्रकारिता, योग, पर्यावरण, आपदा-प्रबंधन, इंफामेशन टेक्नोलाजी, इंटीरियर डेकोरेशन, कम्प्यूटर नेटवर्किंग, हिदी-अंग्रेजी अनुवाद कोर्स भी है। सभी कोर्स रोजगारपरक व समाजोपयोगी है। उन्होंने बताया कि एनओयू के सभी पाठ्यक्रमों में असीमित सीट है। इसकी अपनी अध्ययन सामग्री है। यह काफी सरल-सहज भाषा में तैयार की गई है और यह सामग्री सभी विद्यार्थियों को नि:शुल्क दी जाती है। छात्राओं को नामांकन शुल्क में 25 प्रतिशत की छूट का प्रावधान है।

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