सीमावर्ती क्षेत्र में फर्जी दस्तावेज से सिम कार्ड का खेल, अपराधियों-आतंकवादियों का हो सकता मेल

सीतामढ़ी/बथनाहा। भारत-नेपाल बॉर्डर पर फर्जी मोबाइल सिम के आधार पर देश की सुरक्षा को खतरे में डालने की साजिश चल रही है। इसमें अपराधियों-आतंकवादियों की मिलीभगत से इन्कार नहीं किया जा सकता। बड़े पैमाने पर फर्जी पहचान दस्तावेज के आधार पर मोबाइल फोन के लिए सिम कार्ड खरीद-बिक्री का खेल चल रहा है। मोबाइल सिम कार्ड लेने के लिए सत्यापन जरूरी है। इनके तहत पुख्ता पहचान पत्र के आधार पर ही नया सिमकार्ड दिया जाना है। बावजूद सीमावर्ती सीतामढ़ी जिले में अक्सर ये मामले सामने आ रहे हैं।

सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी यह मुसीबत का सबब बन गया है। यहां के लोगों के नाम पर दूसरे जिलों में और दूसरे प्रदेशों में फर्जी सिम कार्ड धड़ल्ले से इश्यू हो रहे हैं। बुधवार को बथनाहा में फिर दो केस सामने आए। पता चला मुजफ्फरपुर से यहां की दो महिलाओं के नाम पर फर्जी सिम कार्ड इश्यू किए गए हैं। पुलिस तुरंत हरकत में आई और सिम इश्यू करनेवाले ड्रिस्ट्रीब्यूर के नाम पर सहियारा थाने में दो अलग-अलग केस दर्ज कराया है। एक दिन पूर्व पुपरी में इसी तरह के केस में एसपी के निर्देश पर थानाध्यक्ष विजय कुमार गुप्ता ने सिगियाही गांव के राकेश कुमार, झझिहट के मनोज शर्मा, बौरा गांव की सोना देवी के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। इन तीनों पर फर्जी प्रमाण पत्र पर सिम कार्ड हासिल करने का आरोप है।
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पुपरी थानाध्यक्ष ने पिछले माह इसी तरह के एक दूसरे मामले में विरौली गांव के वार्ड-13 निवासी राम बहादुर दास के पुत्र रविद्र कुमार दास व अन्य को आरोपी है। जांच में पता चला कि डिस्ट्रीब्यूटर एवं सब डिस्ट्रीब्यूटर्स ने सिम कार्ड फर्जी प्रमाण पत्र पर निर्गत किया। बताते चलें कि मुजफ्फरपुर से बथनाहा की दो महिलाओं के नाम पर फर्जी सिम कार्ड इश्यू
बथनाहा : फर्जी कागजात के आधार पर मोबाइल सिम निर्गत करने को लेकर विक्रेता के विरुद्ध सहायक अवर निरीक्षक बच्चनधारी प्रसाद के बयान पर सहियारा थाने में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसमें मुजफ्फरपुर शहर स्थित अमर बंधन टेलीकॉम रिटेलर सर्फुद्दीन को नामजद किया गया है। थाना क्षेत्र के नरहाजगदर निवासी महिला लालो देवी एवं इसी थाना क्षेत्र के बघमरी गांव निवासी महिला राजकली देवी के नाम से सिम कार्ड निर्गत हुए हैं। जांच में इन महिलाओं के नाम-पता फर्जी पाए गए हैं। फर्जी दस्तावेज पर सिम हासिल करने वालों पर दो तरफा कार्रवाई दूसरे के दस्तावेज या फर्जी दस्तावेज पर हासिल किए गए सिम कार्ड का इस्तेमाल अपराधी लगातार कर रहे हैं। इसपर अंकुश लगाने के लिए बिहार पुलिस ने विशेष रणनीति तैयार की है और दोतरफा कार्रवाई कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग भी इसकी जांच करेगा। पिछले माह आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने साइबर अपराध की रोकथाम को लेकर आयोजित विभागीय बैठक में इस बाबत निर्देश दिए। बताया कि फर्जी दस्तावेज के आधार पर सिम कार्ड प्राप्त करने के मामले का अनुश्रवण पटना हाई कोर्ट के द्वारा किया जा रहा है।

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