पुस्तक के अभाव में बच्चों की पढ़ाई हो रही बाधित

संवाद सूत्र, पुरैनी (मधेपुरा) : प्रखंड क्षेत्र के सभी सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में अप्रैल माह से ही शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई शुरू हो गई है। डेढ़ माह से अधिक समय बीत भी गए, लेकिन बच्चों को किताब खरीदने के लिए विभागीय स्तर से अब तक राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है। लिहाजा प्रखंड क्षेत्र के 78 प्रारंभिक स्कूलों की कक्षा एक से आठ तक के लगभग 30 हजार बच्चों के समक्ष पुस्तकों के अभाव में पठन-पाठन की समस्या उत्पन्न हो गई है।

मालूम हो कि वर्ग एक से आठ तक के बच्चों को पुस्तकें अब उनके अभिभावकों को ही खरीदकर देनी है। शैक्षणिक वर्ष 2018-19 से ही बच्चों को पुस्तक खरीदने के लिए विभागीय स्तर से डीबीटी के माध्यम से राशि खाते में दी जा रही है जो कभी भी समय पर बच्चों के खाते में नहीं भेजी जाती है। कभी अक्टूबर महीने में तो कभी दिसंबर तो कभी वित्तीय वर्ष समाप्त होने तक भेजी जाती है। 250 व 400 की दर से मिलती है राशि

सरकारी विद्यालय में अध्ययनरत वर्ग एक से पांच तक के प्रत्येक बच्चों को 250 रुपये व वर्ग छह से आठ के बच्चों को 400 रुपये की दर से डीबीटी के माध्यम से हर वर्ष खाते में राशि भेजी जाती है। कोट अब विभागीय स्तर से सीधे डीबीटी के माध्यम से बच्चों के खाते में ही पुस्तक क्रय के लिए राशि भेजी जाती है। विभागीय स्तर से शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए डीबीटी को राशि आवंटित कर दी गई है। शीघ्र ही बच्चों के खाते में पुस्तक क्रय की राशि उपलब्ध हो जाएगी।
-श्रीनिवास कुमार, बीआरपी, पुरैनी

अन्य समाचार