बक्सर : पहली बारिश में ही इलाके की विद्युत संचरण व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। मंगलवार शाम पांच बजे से सुबह सात बजे तक बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप रही। बुधवार को भी पूरे दिन जारी बिजली की आंखमिचौली से उपभोक्ता परेशान रहे। उपभोक्ताओं का कहना है कि विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था के कारण जरा सा हवा या बारिश में बिजली बंद होना सिमरी पीएसएस के लिए आम बात हो गई है।
इलाके में तार बदलने के नाम पर नामित कार्य एजेंसी द्वारा की गई हीलाहवाली इस समस्या का प्रमुख कारण है। शैलेंद्र मिश्रा, राजेश यादव, संतोष राय, अनिल शर्मा, सुधीर राम, संजय राय, अनिल पांडेय, अशोक राय, रामाशंकर दूबे, अजय साह, महेंद्र माली, दिलीप गुप्ता सहित इलाके के दर्जनों उपभोक्ताओं ने बताया कि वर्षों पुराने हो चुके उच्च विद्युत क्षमता वाले तारों को पिछले वर्ष विभाग से नामित कार्य एजेंसी द्वारा बदला गया था, मगर निर्धारित मापदंड के अनुसार कार्य नहीं कराने के चलते स्थिति में बदलाव नहीं हुआ। इतना ही नहीं उपयोग में लाए गए गुणवत्ता हीन विद्युत खंभे भी हवा का एक झोंका सहने में नाकाम साबित हो रहे हैं। सिमरी दूधी पट्टी मठिया से लेकर बाजार मेन रोड तक लंबी दूरी वाले खंभों के बीच झूल रहे तारों को दुरुस्त करने के लिए पोल देना था। लेकिन कार्य एजेंसी द्वारा सिर्फ तार बदलकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लिया गया। ऐसा नहीं कि इससे विभाग के वरीय अधिकारी अवगत नहीं हो। लेकिन इस मामले में उनकी चुप्पी कई तरह के सवालों को जन्म दे रही है। बहरहाल, बारिश से लोगों को थोड़ी राहत अवश्य महसूस हुई, लेकिन बिजली के अभाव में उन्हें लगभग 18 घंटे काफी परेशानियों के दौर से गुजरना पड़ा है। विद्युत प्रशाखा सिमरी के कनीय अभियंता रौनक राज से संपर्क स्थापित किया गया तो उन्होंने कहा कि आंधी के साथ हुई बारिश के चलते बिजली आपूर्ति में तकनीकी समस्या उत्पन्न हो गई थी। वैसे पीएसएस के तीनों फीडर से विद्युत संचारण व्यवस्था बहाल कराने के लिए प्रयास जारी है।
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