कृत्रिम पैर लगाते ही मुस्कुरा उठी सीमा, शिक्षा विभाग ने कराया उपलब्ध

संवाद सहयोगी जमुई : कृत्रिम पैर लगाते ही सीमा चहक उठी, उसके चेहरे पर समतुल्य होने का एहसास के साथ मुस्कुराहट तैर गया। वो कभी धीरे, कभी तेज चल रही थी और उसे चलता देख उसके माता-पिता और लोग के चेहरे पर खुशी ने डेरा जमा लिया था। दरअसल शिक्षा विभाग द्वारा दो दिन के अंदर सीमा को कृत्रिम पैर प्रदान कर दिया गया। शुक्रवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी कपिलदेव तिवारी द्वारा दिव्यांग सीमा कुमारी को कृत्रिम पैर प्रदान कर उनके सपनों को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई। बताया जाता है कि शिक्षा विभाग द्वारा भागलपुर के प्रोस्थेटिक इंजीनियर प्रवीण कुमार की मदद से कृत्रिम पैर का निर्माण कराया गया। शिक्षा विभाग की टीम ने फतेहपुर गांव पहुंच कर कृत्रिम पैर का ट्रायल करवाया। सीमा कुमारी को दोनों पैरों से चलवा कर देखा गया। कृत्रिम पैर के सहारे सीमा कुमारी अच्छी तरह से चलने लगी। इस मौके पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पारस कुमार, मीडिया प्रभारी अमित कुमार सिंह, संभाग प्रभारी सुरेंद्र कुमार, प्रोस्थेटिक इंजीनियर प्रवीण कुमार सहित शिक्षा विभाग के दर्जनों कर्मी उपस्थित थे। दो दिनों के अंदर सीमा को मिला कृत्रिम पैर का सहारा

73 प्रधानाध्यापकों पर गिर सकती है कार्रवाई की गाज यह भी पढ़ें

संवाद सहयोगी, जमुई : शुक्रवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी कपिलदेव तिवारी ने दिव्यांग सीमा कुमारी को कृत्रिम पैर प्रदान कर उनके सपनों को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बताते चलें कि शिक्षा विभाग द्वारा भागलपुर के प्रोस्थेटिक इंजीनियर प्रवीण कुमार की मदद से महज 2 दिनों के अंदर कृत्रिम पैर का निर्माण कराया गया। साथ ही शिक्षा विभाग की टीम द्वारा सीमा कुमारी के गांव फतेहपुर जाकर कृत्रिम पैर का ट्रायल करवाया गया। ट्रायल के बाहर सीमा कुमारी को दोनों पैरों से चलवा कर देखा गया। कृत्रिम पैर के सहारे सीमा कुमारी फिलहाल अच्छी तरह से चलने लगी। सीमा कुमारी को कृत्रिम पैर लगाने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं शिक्षा विभाग की टीम द्वारा सीमा कुमारी के साथ पौधारोपण का कार्य किया गया। इस मौके पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पारस कुमार, मीडिया प्रभारी अमित कुमार सिंह, संभाग प्रभारी सुरेंद्र कुमार, प्रोस्थेटिक इंजीनियर प्रवीण कुमार सहित शिक्षा विभाग के दर्जनों कर्मी उपस्थित थे।

अन्य समाचार