सीमांचल में एक फूल कई माली में खूनी हो रही दीवानगी..

प्रकाश वत्स, पूर्णिया। एक फूल दो या फिर कई माली में दीवानगी खूनी रुप लेने लगा है। सीमांचल में यह क्रम कुछ ज्यादा ही तेज हो गया है। यदा-कदा ऐसे मामलों की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए भी टेढ़ी खीर हो जाती है। एक फूल कई माली के चक्कर में सीमांचल के चारो जिलों में हर साल तीन दर्जन से अधिक महिलाओं व युवाओं की हत्या हो रही है। एक से अधिक आशिक कभी महिलाओं या युवतियों को भारी पड़ जाती है तो कभी किसी पुरुष या युवक को इस चलते जान से हाथ धोना पड़ता है। वर्ष 2021 में सीमांचल में इस फेर में 22 युवकों व पुरुषों की हत्या हो गई, जबकि 14 महिला व युवतियों की हत्या इस कारण से ही कर दी गई।


पूर्णिया शहर की चर्चित मनीषा हत्याकांड को खूनी दीवानगी का ताजा उदाहरण माना जा रहा है। छह दिसंबर 2021 को मनीषा देवी की हत्या मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लालगंज नदी के किनारे कर दी गई थी। इसमें मनीषा की पुत्री के बयान के आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की थी और इसमें मु. शम्स नामजद किए गए थे। पुलिस दबाव के कारण मु. शम्स ने इसी माह कोर्ट में समर्पण कर दिया। पुलिस ने रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की। यद्यपि पुलिस एक बार फिर उसे रिमांड पर ले सकती है ताकि कुछ और अनसुलझी गुत्थी भी सुलझ सके। फिलहाल रिमांड पर मु. शम्स ने पुलिस को जो बताया उसका निचोड़ यही था कि वह मनीषा देवी को चाहने लगा था और इस चलते उसका उसके घर आना-जाना भी था। बाद में उसको लगा कि मनीषा का संपर्क किसी और से भी है। इस बात को वह पचा नहीं पाया और बैरगाछी केनगर के अपने दोस्त चांद सहित चांद के दो अन्य साथियों के साथ मनीषा की हत्या कर दी। इससे पूर्व भी इस तरह की कई घटनाओं का उद्भेदन यहां पुलिस कर चुकी है। हाल में मरंगा थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या हो गई थी। पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आई कि युवक की पत्नी के साथ मिलकर ही उसके प्रेमी ने युवक की हत्या कर दी थी। आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया। यह बानगी भर है। इस तरह के कई उदाहरण पुलिस फाइल में मौजूद है। कोट-
प्रेम व अवैध संबंध के त्रिकोण में हत्या का क्रम हाल के वर्षों में बढ़ा है। चर्चित मनीषा हत्याकांड का अनुसंधान भी लगभग उसी दिशा की ओर अग्रसर है। कभी-कभी ऐसे मामलों की गुत्थी सुलझाना भी पुलिस के लिए टेढ़ी खीर हो जाती है। खासकर एक तरफ प्यार वाले द्वारा जब महिला अथवा किसी युवक की हत्या की जाती है तो मामले को सुलझाने में काफी मिहनत पुलिस को करनी पड़ती है।
एस के सरोज, एसडीपीओ, सदर।
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कोट-
प्रेम या अवैध संबंध में दीवानगी की हद पहले भी टूटती रही है। शहरीकरण से ऐसी घटनाओं को जरुर नई रफ्तार मिली है। सामाजिक मर्यादा के कमजोर पड़ने से भी ऐसी घटनाएं बढ़ी है। सामाजिक परिवेश में बदलाव से ही ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सकता है।
प्रो. मनोज कुमार, समाजशास्त्री।
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