प्रभावी गश्ती की राह में वाहन चालकों की कमी बनी है रोड़ा

जागरण संवाददाता, खगड़िया: एक ओर मुख्यालय से लगातार प्रभावी गश्ती को लेकर आदेश निर्देश दिए जा रहे हैं, तो दूसरी ओर पुलिस विभाग में चालकों की कमी है।

मुख्यालय का आदेश है कि तीनों पहर थाना व ओपी की दोनों गाड़ियां गश्ती को निकले। मगर किसी थाना में दो चालक है तो किसी में एक। प्राइवेट चालकों को रखने की व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है। ऐसे में एक-दो चालकों के सहारे क्षेत्र में प्रभावी गश्ती को जमीन पर उतारने की कल्पना कहां से सार्थक सिद्ध होगी। जिले में 21 थाना- ओपी और पुलिस पिकेट है। तीनों पहर दो दो वाहनों को गश्ती पर निकालने में आधे दर्जन चालकों की जरूरत एक थाना में होगी। इसके अलावा एसपी, डीएसपी व इंस्पेक्टरों को भी समुचित वाहन चालकों की जरूरत है। पुलिस विभाग में अभी 46 चालक ही हैं। जिनके सहारे जिले में बेहतर व्यवस्था बनाए रखने का लगातार प्रयास जारी है। तीनों पहर कारगर गश्ती को धरातल पर उतारने को लेकर समुचित सिपाहियों की भी जरूरत है। जो अभी विभाग के पास नहीं है। गश्ती के हिसाब से वाहन में समुचित इंधन की भी कमी महसूस की जा रही है। एसपी अमितेश कुमार ने बताया कि समुचित चालक व सिपाहियों को लेकर पुलिस मुख्यालय को जानकारी दी जा रही है। हर हाल में लोगों की सुरक्षा को लेकर प्रभावी गश्ती निकाली जा रही है। जल्द ही इस ओर बेहतर प्रयास होगा। -- अब थानाध्यक्ष नहीं कहेंगे, मोबाइल डिस्चार्ज है
एनएच 31 का महेशखूंट से सतीशनगर तक बना डेंजर जोन यह भी पढ़ें

जागरण संवाददाता, खगड़िया : अब थाना व ओपी अध्यक्ष मोबाइल डिस्चार्ज होने अथवा टाबर नहीं होने का बहाना नहीं कर पाएंगे। आमलोगों की सहूलियत और बेहतर विधि व्यवस्था बनाए रखने को लेकर एसपी अमितेश कुमार के निर्देश पर जल्द ही थाना व ओपी में लैंडलाइन लाइन फोन लगाने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। एक रजिस्टर रखा जाएगा। जिसमें फोन करने वाले, शिकायतकर्ता आदि का नाम- पता अंकित होगा। उनकी क्या समस्या थी। निदान को लेकर क्या कार्रवाई की गई। इसकी सप्ताह में समीक्षा होगी। ड्यूटी में जो पुलिस अधिकारी रहेंगे, वे फोन आने पर त्वरित कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाएंगे। एसपी अमितेश कुमार ने बताया कि बेहतर व्यवस्था बनाए रखने को लेकर जल्द ही थानों में फोन लगाने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

अन्य समाचार