क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की खरीद-बिक्री में शामिल थे गिरफ्तार दोनों चीनी नागरिक

सीतामढ़ी। भारत-नेपाल सीमा के भिट्ठामोड़ बार्डर के पास से गिरफ्तार चीनी नागरिक लु लैंग व युवान हेलंग को लेकर नोएडा की पुलिस ने जिले की पुलिस से संपर्क किया है। एफआइआर की कापी मंगवाई है। अब तक की जांच में उनकी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता सामने नहीं आई है। क्रिप्टो करेंसी बिटक्वाइन की खरीद-बिक्री का मामला सामने आया है। एसपी हर किशोर राय ने मंगलवार को बातचीत में यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि दोनों के पास से बरामद डेबिट कार्ड, मोबाइल सिम कार्ड आदि की जांच चल रही है। दो दिन में दोनों को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नोएडा पुलिस के उपायुक्त से वे लगातार संपर्क में हैं। सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है। गुरुग्राम से गिरफ्तार दोनों चीनी नागरिकों के दोस्त कैरी से भी पूछताछ की गई है। उसका असली नाम सु फाइ है। वर्ष 2019 में भारत आने के बाद ं उसने अपना नाम कैरी उर्फ कैले रख लिया था। उसने बताया कि वे बिटक्वाइन एक्सचेंज का काम कर रहे थे। लु लैंग व युवान हेलंग उसी सिलसिले में ग्रेटर नोएडा आए थे। एसपी ने कहा कि वहां दोनों चीनी नागरिक घूमे-फिर, शापिंग की और गोल्फ खेला। फिर वापस लौट रहे थे।

टैक्सी चालक की तलाश :
एसपी ने नेपाल से सीतामढ़ी होकर भारत में प्रवेश करने की बात से इन्कार किया। कहा कि दोनों चीनी नागरिक उत्तर प्रदेश के रास्ते भारत में घुसे और गोरखपुर होते हुए टैक्सी से ग्रेटर नोएडा पहुंचे थे। पूछताछ में उन लोगों ने बताया कि चीन से थाईलैंड आने के बाद उसे दोस्त कैरी से पता चला कि नेपाल के रास्ते वे आसानी से भारत में प्रवेश कर सकते हैं। दोनों ने जिस टैक्सी को हायर किया था, उसके ड्राइवर की भी तलाश की जा रही है। उसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
ज्ञात हो कि सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों ने शनिवार को सीतामढ़ी से लगी भारतीय सीमा पार करने से पहले चीन के बुहान शहर निवासी लु लैंग और युवान हेलंग को पकड़ लिया था। वे नोएडा में 18 दिनों तक रहकर नेपाल जा रहे थे।

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