जेल से छूटकर दो बदमाशों ने रातोरात अमीर बनने के लिए डा. प्रवीण सिंह से मांगी 50 लाख रंगदारी

सीतामढ़ी। शहर के प्रतापनगर मोहल्ले में ईएनटी सर्जन डा. प्रवीण सिंह को फोन कर 50 लाख रुपये की फोन रंगदारी मांगने वाले बैरगनिया के शख्स की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उसके दूसरे साथी की सरगर्मी से तलाश कर रही है। उसकी पहचान कर ली गई है तथा संभावित ठिकाने पर पुलिस दबिश दे रही है। एसडीपीओ सदर सुबोध कुमार ने कहा कि रंगदारी की शिकायत सामने आने के चार घंटे के अंदर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। वह शराब का धंधेबाज रहा है। इस मामले में उसके विरूद्ध दो-तीन केस पहले से भी दर्ज हैं। शराब के मामले में वह जेल भी जा चुका है। एसडीपीओ ने बताया कि जेल में रहते हुए उस शख्स की दोस्ती एक शातिर से हुई। बाहर निकलने पर दोनों ने अपनी गरीबी दूर करने के लिए चिकित्सक से रंगदारी मांगने की योजना बनाई। चिकित्सक से रंगदारी मांगकर खुद को गैंगस्टर मुकेश पाठक का आदमी बताने के सवाल पर एसडीपीओ ने कहा कि मुकेश पाठक का नाम उसने सिर्फ दहशत पैदा करने के लिए इस्तेमाल किया। हालांकि, गैंगस्टर से उसके कनेक्शन की भी जांच चल रही है। जेल में बंद एक लाख रुपये का इनामी अपराधी पूर्वी चम्पारण के मेहसी निवासी मुकेश पाठक का नाम आने से चिकित्सक परिवार और भी ज्यादा दहशत में आ गया। फोन करनेवाले शख्स ने यह भी कहा कि रंगदारी की रकम कब और कैसे देनी है इसके लिए फिर से फोन किया जाएगा। चिकित्सक की ओर से पैसे देने की बात से इन्कार करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। चिकित्सक ने तुरंत पुलिस कप्तान हर किशोर राय को सूचित किया। नजदीकी मेहसौल ओपी में इस बात की शिकायत दर्ज कराई। अपनी शिकायत में उन्होंने रंगदारी की रकम का जिक्र नहीं किया है मगर, चिकित्सक के करीबी सूत्रों ने बताया कि 50 लाख रुपये की रंगदारी देने के लिए मंगलवार सुबह नर्सिंग होम के नंबर पर काल आई थी। रंगदारी मांगनेवाले शख्स ने खुद को गैंगस्टर मुकेश पाठक का आदमी बताया था। रंगदारी की रकम नहीं देने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है।


सुबह करीब 10:49 बजे उनके क्लिनीक के नंबर पर पर आया फोन फोन मंगलवार सुबह करीब 10:49 बजे उनके क्लिनीक के मोबाइल नंबर पर आया था। वह फोन डाक्टर के कंपाउंडर राजा कुमार ने जैसे ही उठाया उधर से धमकी भरे लहजे में बोला कि रंगदारी दो। इस पर कंपाउंडर ने बताया कि यहां कोई रंगदारी नहीं मिलती। जवाब में अपराधी ने कहा मैं मुकेश पाठक गैंग का आदमी बोल रहा हूं। जब गोली चलेगी तब दोगे क्या? फोन पर बता दिया जाएगा कि कब और कहां देना है। इतना कह कर फोन काट दिया। ट्रु कालर पर फोन करनेवाले शख्स का नाम 'अरुण का जी' बता रहा था। इस नाम का एक शख्स रीगा थाना क्षेत्र का होने का चिकित्सक परिवार को संदेह हुआ। चिकित्सक ने स्वयं व उनके रिश्ते के साला आदित्य कुमार ने मेहसौल ओपी को संयुक्त रूप से शिकायत दर्ज कराई। चिकित्सक ने वह नंबर पुलिस को बता दिया। फिर क्या था कुछ घंटे में ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

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