वीटीआर में पर्यटन सीजन आज से बंद

बगहा। वीटीआर में पर्यटन सीजन आज से बंद हो जाएगा। इसी के साथ वीटीआर में सफारी के लिए पर्यटकों की भी नो इंट्री हो जाएगी। अब पर्यटकों को जंगल सफारी की सुविधा 15 अक्टूबर से ही मिल पाएगी। इस सीजन में वीटीआर में पर्यटक काफी संख्या में पहुंचे, जिससे राजस्व भी खूब अर्जित हुआ है।

बता दें कि मानसून सीजन की वजह से हर साल वीटीआर में पर्यटन सत्र बंद कर दिया जाता है। जंगल में बरसात के मौसम में नदी नाले उफान पर आ जाते हैं। इससे जंगल में कच्चे मार्ग बह जाते हैं। पर्यटकों की सुरक्षा का खतरा बना रहता है। हालांकि बारिश होने के कारण वीटीआर को एक दिन पहले गुरुवार से पर्यटन के लिए बंद कर दिया गया है लेकिन आधिकारिक तौर पर आज से पर्यटन सीजन को 15 अक्टूबर तक बंद कर दिया गया है।

गुरुवार को भारी बारिश की वजह से वीटीआर में रास्तों पर जलभराव हो गया था। साथ ही कच्चे रास्ते भी खराब हो गए थे। इसके चलते एक दिन पहले वीटीआर को बंद किया गया है। इस बाबत सीएफ नेशामणी ने बताया कि बारिश के चार माह पर्यटन के लिए इसलिए बंद रहते हैं क्योंकि नालों में पानी आ जाता है तथा जंगली मार्ग भी खराब हो जाते हैं। इसके अलावा वन्य प्राणियों का यह प्रजनन काल भी होता है। पर्यटन बंद रहने से उन्हें इस दौरान एकांत और शांत वातावरण मिल जाता है। पर्यटन पर असर: --
पिछले कुछ दिनों पूर्व सैलानियों से आबाद रहने वाली पर्यटन नगरी में अब धीरे धीरे सन्नाटा पसरने लगा है। बरसात की दस्तक के साथ ही सैलानियों के कदम थम गए है। वीटीआर के पर्यटक स्थल अब धीरे धीरे वीरान होने लगे है। पर्यटन सीजन बंद होते ही ऑफ सीजन ने भी दस्तक दे दी है।
बरसात की दस्तक ने पर्यटन कारोबारियों की चिता बढ़ा दी है। पर्यटन सीजन के ऑफ होते ही पर्यटन क्षेत्र में काम करने वाले सैकड़ों लोगों का रोजगार छीनने लगा है। जिसमें होटलों, रिसो‌र्ट्स, रेस्टोरेंट्स, चालक एवं गाइड भी बेरोजगार हो गए है। गंडक बराज सड़क पर पसरा सन्नाटा पर्यटकों को आकर्षित करने वाले गंडक बराज सड़क पर भी अब सन्नाटा पसरने लगा है। शाम होते ही होने वाली रौनक भी सिमटने लग गई है। सीजन के दौरान इस सड़क पर शाम के समय सैलानियों से गुलजार रहते थे लेकिन अब गिने चुने लोग ही नजर आ रहे है।

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