पुलिस के सामने ही भाजपा अध्यक्ष के घर मे घुसे थे उपद्रवी, की थी तोड़फोड़

बेतिया। बीते 17 जून को केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में आदोलन और तोड़फोड़ में दो दिन बाद दारोगा की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी सामने आई है। जिसमें पुलिस कह रही है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद डा. संजय जायसवाल के आवास पर पहुंचे उपद्रवियों को रोकने के लिए 18 राउंड हवाई फायरिग करनी पड़ी थी। सवाल यह है कि फायरिग के बाद भी उपद्रवियों ने तोड़फोड़ कैसे की? उस दिन फायरिग की बात क्यों नहीं बताई गई थी? जब मामले ने तूल पकड़ा तो रविवार को यह बात आई। उस दिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि उपद्रवी जब शहर में प्रवेश किए थे, तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया था। पुलिस मूकदर्शक बनी रही थी। वाट्सएप मैसेज से जुटाए गए थे उपद्रवी


पुलिस का कहना है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के आवास को जलाने, उन्हें एवं स्वजन को जान से मारने के लिए पहुंचे हमलावरों में पूर्वी चंपारण के भी युवक शामिल थे। तीन दिन पहले से हमले की साजिश बन रही थी। वाट्सएप मैसेज से उपद्रवी रमना मैदान में जुटने शुरू हुए थे। उपद्रवी पहले रेलवे स्टेशन उसके बाद उप मुख्यमंत्री रेणु देवी के आवास फिर प्रदेश अध्यक्ष के आवास पर पहुंचे थे। सूचना मिलते ही एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा के निर्देश पर नगर थाने के दारोगा मुमताज आलम के नेतृत्व में पुलिस टीम जायसवाल के आवास पर पहुंची। दारोगा का कहना है कि मौके पर पुलिस ने पहले उपद्रवियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे उग्र हो गए। खुद एसपी और प्रभारी डीएम सह डीडीसी अनिल कुमार भी गए थे। इन्होंने भी उपद्रवियों को समझाने का प्रयास किया था, लेकिन उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया था। हथियार छीनने की कोशिश करने लगे। स्वयं और हथियार की सुरक्षा में हवाई फायरिंग करनी पड़ी थी। इसके बाद पुलिस ने 19 उपद्रवियों को खदेड़कर पकड़ लिया था। इसमें चनपटिया मिश्रौली के मुकेश कुमार (19), टिकुलिया के श्यामदीप कुमार (19), साठी के एकराय रजक (21), शनिचरी ओझा बरवा के राजकिशोर कुमार (18), सरिसवा बाजार के संजीव कुमार (21), चौतवा के चंदरपुर के अमरेश यादव (22), सिरिसिया भरवा टोला के रोहित कुमार (22), लौकरिया बगहा के विकास कुमार (21), साठी बेलवा के शाहिल (20), शनिचरी जमुनिया के विनय पंड़ित (21), राकेश कुमार (18), लौरिया के मोहित आर्य(19),रामनगर तौलाहा के राहुल कुमार (19), मझौलिया दूधा मठिया के नौमी कुमार(20), नौतन सोफवा टोला के दीपू कुमार (22), योगापट्टी विश्रामपुर के जितेंद्र ठाकुर(20), अमैठिया के व्रजेश कुमार (20), पुरानी गुदरी वार्ड छह के चंद्रकेश्वर कुमार (33), सिसिरया मुसहरी के प्रभात पांडेय (22) शामिल हैं। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने 72 लोगों को नामजद किया है। इसके बाद चार अन्य की गिरफ्तारी हुई है। इसमें एक एक टीम पूर्वी चंपारण के शिकारगंज का है। यूट्यूबर को खोज रही पुलिस
इस मामले में एक यूट्यूबर की भूमिका भी सामने आई है। पुलिस ने उसकी पहचान कर ली है। स्पेशल टीम उसकी तलाश कर रही है। पुलिस पर खड़े हो रहे सवाल, प्रदेश अध्यक्ष ने लगाया था लापरवाही का आरोप
सवाल यह है कि फायरिग के बाद भी उपद्रवी तोड़फोड़ में सफल कैसे रहे? पुलिस ने उस दिन फायरिग की बात क्यों नहीं बताई गई थी। जब मामले ने तूल पकड़ा तो यह बात सामने आई। जबकि उसी दिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि मैंने सक्षम अधिकारियों को सूचित किया था, लेकिन पुलिस प्रशासन ने कुछ नहीं किया। उपद्रवी मेरे घर पर पहुंचे। सिलेंडर बम के साथ घुसे थे। घर पर पेट्रोल और डीजल फेंका था। आग लगाने का प्रयास किया। तोड़फोड़ एवं हंगामा किया। पुलिस वहा मौजूद थी, लेकिन उपद्रवियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। कोट
उपद्रव और तोड़फोड़ में आरोपितों की पहचान कर गिरफ्तारी हो रही है। शीघ्र ही सभी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
-उपेंद्र नाथ वर्मा, एसपी, बेतिया।

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