संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए जननी सुरक्षा योजना लागू

संवाद सहयोगी, किशनगंज : सुरक्षित प्रसव के लिए संस्थागत प्रसव जरूरी है। इसके लिए जिले में राज्य स्तर पर लक्ष्य प्रमाणिक सदर अस्पताल में संस्थागत प्रसव प्रशिक्षित और सक्षम स्वास्थ्यकर्मी की देख-रेख में कराई जाती है। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए जननी सुरक्षा योजना का भी लाभ गर्भवतियोंको दिया जाता है। उन्हें संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक मदद की जाती है। जननी सुरक्षा योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत एक सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम है। यह जानकारी सोमवार को सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने दी


उन्होंने बताया कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के जननी सुरक्षा योजना चलाई जा रही है। जननी सुरक्षा योजना के तहत ग्रामीण एवं शहरी दोनों प्रकार की गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने पर 1400 रुपये और 1000 रुपये दिए जाते हैं। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए सदर अस्पताल में नए लेबर रूम का निर्माण कराया गया है। जहां छह लेबर टेबल, ड्यूटी स्टेशन, टायज रूम, हाई रिस्क रूम, एएनसी रूम, चेंज रूम की व्यवस्था की गई है।
वहीं सदर अस्पताल उपाधीक्षक डा. अनवर ने बताया कि संस्थागत प्रसव के लिए महिलाओं ने सदर अस्पताल पर अपना भरोसा जताया है। एचएमआइएस डाटा के अनुसार एक अप्रैल 2022 से 18 जून तक सदर अस्पताल में कुल 987 संस्थागत प्रसव किए गए। इसमें सामान्य प्रसव से लेकर प्रसव संबंधी जटिल मामले भी शामिल हैं। इनमें कुल 38 सिजेरियन मामलों का सफल आपेरशन किया गया। सिजेरियन प्रसव के कुल 26 मामले रात आठ बजे से सुबह आठ बजे के बीच किए गए। जो रात्रिकालीन बेहतर प्रसव सेवाओं को दर्शाता है।

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