चिह्नित 27 कटाव निरोधी कार्य स्थल में छह को स्वीकृति

संवाद सहयोगी, किशनगंज : राज्य के जल संसाधन मंत्री भले ही मंचों से भरोसा दिला रहे हों कि बाढ़ पूर्व सभी कटाव क्षेत्रों का काम पूरा किया जाएगा। कितु सच्चाई इससे कोसों दूर है। बाढ़ प्रभावित जिले में शुमार किशनगंज जिले के कई प्रखंडों में जलस्तर बढ़ते कटाव शुरू हो चुका है। वहीं जल निस्सरण व बाढ़ नियंत्रण विभाग ने जिले के 27 चिह्नित क्षेत्रों में कटावरोधी कार्य के लिए विभाग को पत्र भेजा था। जबकि विभाग की ओर से मात्र छह पर स्वीकृति प्रदान की गई। इन कटाव क्षेत्रों में शुरू किए गए कार्य में से दो पर पूर्व में ही ग्रहण लग चुका है। स्वीकृति मिले एक कार्यस्थल पर कार्य के लिए संवेदक ने इकरारनामा नहीं किया, वहीं दूसरे जगह लोगों के विरोध के कारण काम शुरू नहीं हो पाया है। इसके साथ ही चार जगहों पर कटावरोधी काम हो रहा है। बाकी जगहों पर बाढ़ आने पर फ्लड फाइटिग और राहत बचाव के नाम पर कटावरोधी काम किया जाएगा।


जिला में मानसून ने दस्तक देते ही बारिश का भी निश्चित अंतराल पर होना जारी है। पड़ोसी देश नेपाल से आती जलधारा जिले के लिए कहर बन कर बहती है। जहां लगातार बारिश जारी है। इसके साथ ही जिले के कई प्रखंडों में कनकई, महानंदा एवं रेतुआ नदियों के जलस्तर में उतार चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। कई प्रखंडों में कटाव शुरू भी हो चुका है। विस्थापन का दंश लोगों के चेहरे पर देखने को मिल रहा है। जल निस्सरण विभाग की ओर से ऐसे 27 कटाव क्षेत्रों को चिह्नित कर बाढ़ पूर्व कार्य हेतु विभाग को को प्रस्ताव भेजा गया था। कितु विभाग की स्वीकृति मात्र छह पर ही प्राप्त हो पाई। जबकि जिले के कई गांव के लोगों को बारिश के साथ डर के साये में जीवन बिताने को मजबूर कर दिया है। छह कटावरोधी क्षेत्र जहां कार्य की मिली स्वीकृति::
किशनगंज ब्लाक अंतर्गत महानंदा के बाएं छोर पर फुलवारी गांव में कटाव क्षेत्र का कार्य कराया गया। दिघलबैंक के प्रखंड में कनकई नदी प्रभावित बिहार टोला गांव में कटावरोधी कार्य किया जा रहा है। महानंदा के पानी से प्रभावित किशनगंज व कोचाधामन के गाछपाड़ा व मौजाबारी चिह्नित कटाव क्षेत्र का कार्य। बहादुरगंज में रेतुआ नदी के कटाव क्षेत्र पर पड़ने वाले इस्लामपुर गांव को चिह्नित कर कार्य कराया गया। इसके अलावा दो कार्यों में विभिन्न समस्याओं के कारण कार्य को नहीं कराया गया। इसमें से कनकई नदी प्रभावित महेशबथना में निसंद्रा में संवेदक के टेंडर लेने के बावजूद इकरारनामा नहीं कराने के कारण कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया। विभाग की ओर से अग्रधन की राशि जब्त कर एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करने की अनुशंसा की गई है। किशनगंज ब्लाक के महानंदा कटावक्षेत्र के मझौक गांव में होने वाले कार्य को लोगों के विरोध के कारण रोक दिया गया। जिले से प्रखंडवार कटावनिरोधी कार्यों की भेजी गई संख्या:-- प्रखंड चिह्नित कटावरोधी कार्य स्थल की संख्या
किशनगंज 2
दिघलबैंक 2
कोचाधामन 6
टेढ़ागाछ 5
बहादुरगंज 5
ठाकुरगंज 7 ---------------------------
कोट के लिए:-
विभाग को पूर्व में ही कटाव क्षेत्र चिह्नित कर भेजा गया था, इनमें से छह कार्यों के स्वीकृति विभाग से मिली है। इनमें से कुछ के कार्य पूरे हुए हैं और कुछ कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा एक कार्य संवेदक के एकरारनामा व एक लोगों के विरोध के कारण नहीं किया जा सका।
अशोक यादव, कार्यपालक पदाधिकारी, जल निस्सरण व बाढ़ नियंत्रण विभाग (किशनगंज)
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