महुआवा के मुखिया संजीव भूषण की पहल रंग लाई, ड्रेस कोड में आगनबाड़ी केंद्र के बच्चे

सीतामढ़ी। आगनबाड़ी केंद्रों को स्मार्ट बनाने की सरकार की योजना भले ही अब तक मूर्तरूप नहीं ले सकी हैं, फिर भी कुछ केंद्रों ने दूसरों के लिए उदाहरण जरूर पेश किया है। बथनाहा प्रखंड अंतर्गत महुआवा पंचायत के आगनबाड़ी केंद्र इसके उदाहरण हैं। वहा के मुखिया संजीव भूषण का कहना है कि आगनबाड़ी केंद्रों को लेकर आम जनमानस के मन में जो भ्रातिया हैं उसको दूर करने का प्रयास रंग लाने लगा है। मुखिया का कहना है कि उनकी पंचायत के अधिकतर केंद्रों के बच्चे फुल ड्रेस में स्मार्ट बनकर पढ़ने आते हैं। पहली बार इन केंद्रों के बच्चे ड्रेसकोड में नजर आ रहे हैं। सरकार द्वारा उन बच्चों को मिलनेवाली पोशाक की राशि का सदुपयोग हो रहा है। राशि से ड्रेस सिलवाकर बच्चों को दिए गए हैं। सभी बच्चिया और बच्चे अब पोशाक में ही आगनबाड़ी केंद्र आते हैं। सरकार के द्वारा प्रति परिवार 400 रुपये पोशाक के लिए दिए जाते रहे हैं, मगर इससे पहले तक कोई भी ड्रेस नहीं खरीद पाता था। हमने सभी आगनबाड़ी केंद्रों पर जा जाकर अभिभावकों व सेविका-सहायिकाओं से इस बात के लिए आग्रह किया। आखिरकार वह पहल रंग लाई। सभी ने आग्रह को स्वीकार कर लिया। अब उन बच्चों को ड्रेस कोड में देखकर हर तरफ इस बात की प्रशसा हो रही है। मुखिया का कहना है कि मेरा उद्देश्य है सरकार की योजना को उनके वास्तविक लाभार्थी तक पहुंचाना। गौरतलब है कि पिछले दिनों डीएम मनेश कुमार मीणा ने भी सभी सीडीपीओ को निर्देशित किया था कि आगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने आनेवाले बच्चे भी ड्रेस कोड का पालन करें यह सुनिश्चित होना चाहिए। आगनबाड़ी केंद्रों पर सेविका-सहायिका के मोबाइल नंबर डिस्प्ले होना चाहए। साथ ही आगनबाड़ी केंद्रों का नियमित निरीक्षण किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी केंद्रों पर बच्चों का स्वास्थ्य दुरुस्त रहे तथा उनको न्यूट्रिशनयु1त भोजन भी सुनिश्चित हो।


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