जेल से निकलते ही कुख्यात सरोज राय को पुलिस ने फिल्मी अंदाज में दबोचा

सीतामढ़ी। सीतामढ़ी मंडल करा में बंद कुख्यात सरोज राय मंगलवार की शाम जैसे ही जमानत पर बाहर आया पुलिस की विशेष टीम ने फिर उसको दबोच लिया। उसको किसी केस में पूछताछ और जरूरी जानकारी के लिए पुलिस ने डिटेन किया है। सीतामढ़ी जिले के इतिहास में एके-56 ऑटोमेटिक रायफल व कार्बाइन जैसे घातक हथियारों का इस्तेमाल कर हत्या की एक सनसनीखेज वारदात में सरोज राय सुर्खियों में आया। तब उसपर इन्हीं हथियारों से महिदवारा में सड़क निर्माण एजेंसी के मुंशी विनोद राय को छलनी कर देने का आरोप लगा था। सरोज राय कुख्यात अपराधी है तथा बिहार सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी का सरगना भी। पुलिस के सूत्रों ने बताया कि सरोज राय के जमानत पर निकलने की सूचना पुलिस को सुबह से ही थी। उसके ताक में विशेष टीम सुबह से ही जेल के पास तैनात थी। मंडल कारा से शाम में वह जैसे ही बाहर निकला पुलिस की विशेष टीम ने उसको अपनी गाड़ी में खींच लिया और कहीं ले गई। बिल्कुल फिल्मी अंदाज में इस शातिर को उठा ले जाने से लोग दहशत में आ गए। सरोज राय के जेल से छूटने की पुष्टि तो की गई मगर, पुलिस के किसी भी वरीय पदाधिकारी ने सरोज राय को इस तरह से डिटेन करने के बारे में मीडिया को कुछ नहीं बताया। एसपी हर किशोर राय ने फोन नहीं उठाया तो एसडीपीओ सदर सुबोध कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बात बदलते हुए कह दिया कि अभी एक ऑपरेशन में हैं बाद में बात करता हूं। जेल उपाधीक्षक भोला प्रसाद शर्मा ने इस बात की पुष्टि की कि मंगलवार को सरोज राय समेत तीस लोग कोर्ट के आदेश पर जेल से छूटे हैं। जेल के बाहर से उसको कौन कहां ले गया इसके बारे में कोई सूचना नहीं है। सभी मामलों में शातिर को मिल चुकी जमानत


पुलिस के सूत्रों ने जानकारी दी कि महिदवारा थाना क्षेत्र के कुंडल में एक सड़क निर्माण कंपनी के मुंशी विनोद राय की एके-56 व कार्बाइन जैसे घातक हथियार से गोली मार हत्या के मामले में सरोज राय जेल में बंद था। इस हत्याकांड में उसको बिहार एसटीएफ की टीम ने पूर्णिया से गिरफ्तार किया था। पुलिस के सूत्रों ने यह भी बताया कि कुंडल में मुंशी हत्याकांड सहित न्यायालय में चल रहे सभी मामले में पूर्व में ही उसे जमानत मिल गई थी। सिर्फ डुमरा थाना कांड संख्या 90/22 में वह जेल में बंद था। इस कांड में भी उसे शनिवार को न्यायालय से जमानत मिली थी। इसके आधार पर उसे मंगलवार को जेल से रिहा भी किया गया मगर, अगले ही पल पुलिस ने उसको फिर उठा भी लिया।

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