यक्ष्मा मरीजों को मिल सकेगा उद्योगपतियों एवं जनप्रतिनिधियों का सहयोग

- 83 प्रतिशत मरीजों ने दी अपनी सहमति

-केंद्रीय यक्ष्मा प्रभाग के निर्देशन में कम्युनिटी सपोर्ट टू टीबी पेशेंट कार्यक्रम का किया जा रहा संचालन
-जिले के सभी प्रखंडों में इलाजरत यक्ष्मा मरीजों की कुल संख्या है 556
- सहयोग प्राप्त करने के लिए यक्ष्मा मरीजों की सहमति अनिवार्य
संवाद सहयोगी, जमुई : राष्ट्रीय स्तर पर 2025 तक देश को यक्ष्मा जैसी गंभीर बीमारी से मुक्त करने की दिशा में सरकार द्वारा कई महत्वाकांक्षी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। यक्ष्मा उन्मूलन की दिशा में सरकार ने एक और ठोस कदम उठाया है, जो यक्ष्मा मरीजों के लिए काफी मददगार साबित होगा।
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केंद्रीय यक्ष्मा प्रभाग भारत सरकार के निर्देशन में कम्युनिटी सपोर्ट टू टीबी पेशेंट कार्यक्रम के तहत सरकार द्वारा जिले के इच्छुक उद्योगपतियों, गैर सरकारी संस्थानों, ट्रस्टों एवं निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के माध्यम से यक्ष्मा मरीजों को सहयोग प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। इसके लेकर अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (यक्ष्मा) बिहार बालकृष्ण मिश्र ने जिले के सिविल सर्जन सहित अन्य पदाधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक क्रियान्वयन का निर्देश दिया है।
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अधिकारियों व अन्य कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण
अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी यक्ष्मा ने जारी निर्देश के आलोक में कम्युनिटी सपोर्ट टू टीबी पेशेंट कार्यक्रम के तहत जिले में यक्ष्मा कार्य से जुड़े पदाधिकारियों, पर्यवेक्षकों सहित अन्य कर्मियों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया जा चुका है। 2025 तक टीबी हारेगा देश जीतेगा कार्यक्रम की सफलता को लेकर राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है।
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यक्ष्मा मरीजों की सहमति लेना है अनिवार्य
अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी यक्ष्मा ने जारी निर्देश के अनुसार डोनर के चयन को लेकर जिले में इलाजरत यक्ष्मा मरीजों की सहमति लेना अनिवार्य है। यक्ष्मा मरीजों की सहमति प्राप्त करने के बाद यक्ष्मा मरीजों से संबंधित डाटा निक्षय पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। जिला यक्ष्मा केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में इलाजरत यक्ष्मा मरीजों की कुल संख्या 556 है। इसमें इलाजरत 83 प्रतिशत से अधिक मरीजों ने सहयोग प्राप्त करने को लेकर अपनी सहमति दर्ज कराई है। सहमति प्राप्त करने के बाद इलाजरत यक्ष्मा मरीजों से संबंधित डाटा निक्षय पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा ताकि यक्ष्मा मरीजों को कम्युनिटी सपोर्ट टू टीबी पेशेंट कार्यक्रम के तहत उद्योगपतियों, जनप्रतिनिधियों सहित अन्य इच्छुक लोगों द्वारा आर्थिक सहयोग उपलब्ध कराया जा सके।

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