20 छात्रों को पढ़ाने के लिए प्रतिनियुक्त किए गए हैं सात शिक्षक

जासं, खगड़िया। शिक्षा विभाग में आए दिन एक से बढ़कर एक कारनामे सामने आते रहते हैं। जिससे विभाग चर्चा में रहता है। कई प्रधान बच्चों की फर्जी हाजिरी बनाकर सरकारी धन हड़प रहे हैं। एक सौ से अधिक शिक्षकों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। अब गोगरी बीईओ के कारनामे से विभाग सकते में है।

एक कमरे के विद्यालय और 20 छात्रों को पढ़ाने के लिए सात शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई। यह विद्यालय एनएच 31 के किनारे है। संभव है कि शिक्षक आवागमन की सुविधा को लेकर यहां अपनी-अपनी प्रतिनियुक्ति कराने में सफल हो गए। गोगरी बीइओ सरकार की उस आदेश की धज्जियां उड़ाते रहे, जिसमें स्पष्ट आदेश है कि किसी शिक्षक का प्रतिनियोजन नहीं होगा। इसके लिए एक शिक्षिकीय विद्यालय को प्राथमिकता दी गई थी। बावजूद एक कमरे के प्राथमिक विद्यालय पुवारी टोला, महेशखूंट में 20 छात्रों को पढ़ाने के लिए सात-सात शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति करना अपने आप में बड़ा सवाल है। स्पष्ट है कि सरकार के आदेश की बीइओ धज्जियां उड़ाते रहे। इसका पर्दाफाश तब हुआ जब वरीय उपसमाहर्ता चंदन कुमार विद्यालय निरीक्षण को वहां पहूंचे। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि यहां वर्ग एक से पांच तक की पढ़ाई होती है। मात्र एक कमरा है। उस कमरे के कुछ हिस्से में एमडीएम के चावल की बोरी रखी हुई थी। कुछ हिस्से में आलमीरा और बडा बाक्स रखा हुआ था। करीब 120 वर्गफीट में 20 बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। गायब मिले शिक्षक
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निरीक्षण के दौरान सामने आया कि प्रतिनियुक्त सात शिक्षकों में दो अवकाश पर थे। दो शिक्षक बिना कोई कारण गायब थे। शिक्षक रंधीर सिंह एवं एक शिक्षिका गायब मिली। एमडीएम बनाया जा रहा था। मगर साफ सफाई की काफी कमी थी। कोट
विद्यालय को देखकर आश्चर्य हुआ। 20 छात्रों पर सात शिक्षक कैसे प्रतिनियुक्त कर दिए गए। डीएम को रिपोर्ट समर्पित कर दी गई है।
चंदन कुमार, वरीय उपसमाहर्ता, खगड़िया। कोट
दोषी और लापरवाही को गंभीरता से लिया गया है। संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
कृष्णमोहन ठाकुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी, खगड़िया।

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