श्रावणी मेला में कांवरियों को नहीं होगी परेशानी, चप्पे-चप्पे पर रहेगी रेल पुलिस



संवाद सहयोगी जमालपुर (मुंगेर) : विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। 14 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेला को लेकर रेल प्रशासन ने भी कमर कस ली है। सोमवार को रेल डीआइजी राजीव रंजन रेल एसपी कार्यालय पहुंचे। पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में श्रावणी मेला के दौरान रेल में सफर करने वाले यात्रियों और कांवरियों को सुरक्षा बेहतर करने की बात कही। रेल डीआइजी ने जिले के चार रेल थाना भागलपुर, सुल्तानगंज, जमालपुर व किऊल को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। घंटों चले समीक्षा बैठक के बाद रेल डीआइजी ने रेल एसपी आमिर जावेद व जमालपुर डीएसपी विनय राम व डीएसपी इमरान प्रवेश के साथ श्रावणी मेला को लेकर पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति पर विशेष ध्यान देने की बात कही। भागलपुर-जमालपुर किऊल रेल खंड पर ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी को गंभीरता से करने की बात कही। सभी को पूरी तरह अलर्ट रहने को कहा गया है। इससे पहले एसआरपी कार्यालय में रेल डीआइजी को गार्ड आफ आनर दिया गया। समीक्षा बैठक में किऊल थानाध्यक्ष सिंह कामेश्वर प्रसाद सिंह, भागलपुर इंस्पेक्टर अरविद कुमार, झाझा थानाध्यक्ष अनिल कुमार, जमालपुर इंस्पेक्टर मनोज सुमन, थानाध्यक्ष सतीश कुमार सहित रेल जिला के कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे। ----------------------------------- जिला पुलिस ने भी की पूरी तैयारी मेले की तैयारी भी अंतिम चरण में है। कांविरया पथ को संवारने और दुरुस्त करने का काम भी चल रहा है। जिला प्रशासन की ओर से लगातार मानीटिरंग हो रही है। इस बार कांवरिया पथ की सुरक्षा भी पुख्ता होगी। पुलिस अधीक्षक जग्गुनाथ रेड्डी ने तारापुर एसडीपीओ पंकज कुमार को विशेष निर्देश भी दिया गया है। जिले में 26 किमी कांवरिया पथ है। हर एक से डेढ़ किमी पर गश्ती दल की तैनाती की जाएगी। साथ ही घुड़सवार और टागर मोबाइल के जवान भी रहेंगे। एसपी का कहना है कि कांविरयों की सुरक्षा में किसी तरह की कोताही नहीं होगी। दरअसल, कांवर यात्रा के पहले चरण में जिले के असरगंज प्रखंड के ग्राम कमराय, चाफा ,रहमतपुर , तारापुर प्रखंड के औरंगा तेघड़ा धोबई, गोगाचक, छत्रहार मोड़ मड़वा और संग्रामपुर प्रखंड के मनिया कुमरसार होते हुए कांवरिया बांका जिले में प्रवेश कर जाते हैं। श्रावणी मेला के दौरान विधि व्यवस्था पूरी तरह अलर्ट मोड पर रहता है। बड़ी संख्या में अतिरिक्त पुलिस बल और पदाधिकारियों की तैनाती हर बार होती है। 95 प्रतिशत कांवरिया कच्ची कांवरिया पथ से चलते हैं। पांच प्रतिशत सुलतानगंज-देवघर मुख्य मार्ग से रामपुर नहर मोड़ के रास्ते मनिया धर्मशाला तक जाते हैं।

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